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बिहार पुलिस परीक्षा केंद्र पर जैमर को क्रैक कर फर्जीवाड़ा! सेटिंग करने की योजना का जाने कैसे हुआ खुलासा और क्या हुआ बरामद ?

बिहार पुलिस परीक्षा केंद्र पर जैमर को क्रैक कर फर्जीवाड़ा! सेटिंग करने की योजना का जाने कैसे हुआ खुलासा और क्या हुआ बरामद ?

केंद्रीय चयन पार्षद (सिपाही भर्ती) पटना की ओर से एक, सात और 15 अक्टूबर को बिहार के सभी जिलों में परीक्षा हो रही है. परीक्षा को लेकर सॉल्वर गैंग और सेटर गिरोह भी एक्टिव हो गए हैं. इस मामले में अरवल पुलिस को बड़ी सफलता मिली है. पुलिस ने सिपाही भर्ती परीक्षा में अभ्यर्थियों को पास कराने वाले छह एग्जाम सेटर को उपकरण के साथ गिरफ्तार किया है और नकल कराने की योजना को विफल कर दिया. अरवल एसपी कार्यालय में प्रेस वार्ता कर एसपी मोहम्मद कासिम ने इसकी जानकारी देते हुए कहा कि पकड़े गए छह आरोपियों  राकेश कुमार,पिन्टू कुमार,राजकिशोर कुमार,विकास कुमार,पिन्टू कुमार अजित कुमार को पुलिस ने धर दबोचा है.

आरोपियों के पास से मिले कई उपकरण

पुलिस ने आरोपियों के पास से वॉकी-टॉकी,चार्जर,पांच ब्लूटूथ डिवाइस,लैपटॉप,विभिन्न छात्रों के एडमिट कार्ड,मूल शैक्षणिक प्रमाण पत्र,45 हजार 5 सौ रुपये,6 मोबाइल फोन सहित कई इलेक्ट्रॉनिक डिवाइस बरामद किए गए हैं.

छापेमारी में छह  गिरफ्तार

पुलिस को गुप्त सूचना मिली थी कि अरवल थानाक्षेत्र स्थित परीक्षा में नकल,फर्जीवाड़ा कराने वाले गिरोह इलेक्ट्रॉनिक डिवाइस लेकर नकल कराने के उद्देश्य से अपने घर पर मीटिंग कर रहे हैं. सूचना के आलोक में एसपी मोहम्मद कासिम ने त्वरित कार्रवाई करते हुए डीएसपी राजीव रंजन के नेतृत्व में विशेष टीम का गठन किया जिसमें इंस्पेक्टर उमाशंकर सिंह,दिनेश बहादुर सिंह, इंस्पेक्टर सह सदर थानाध्यक्ष अवधेश सिंह,पुअनि सुरेन्द्र कुमार,डीआईयू प्रभारी सिंटू कुमार,कृष्णानंद ,शशिकांत झा,संजीव कुमार,हरिकांत कुमार  को शामिल किया गया.पुलिस टीम ने अरवल अनुमंडल के अरवल और करपी थाना क्षेत्र के आसपास एक साथ छापेमारी कर छह लोगों को गिरफ्तार कर लिया. बताया जाता है कि परीक्षा से पहले इन लोगों को अभ्यर्थियों को सिस्टम उपलब्ध कराने के एवज में उनके मूल शैक्षणिक प्रमाण पत्र और कुछ रुपये पहले लेते थे उसके बाद परीक्षा समाप्ति के बाद 2-2.5 लाख रुपये लेते थे.काम के बाद अभ्यर्थियों से गारंटी के तौर पर लिए गए मूल शैक्षणिक प्रमाण पत्र को लौटाया जाना था. पुलिस को पूछताछ के दौरान इन लोगों से इस फर्जीवाड़ा गिरोह के अन्य लोगों की संलिप्ता के भी पुख्ता साक्ष्य मिले हैं. पुलिस इनकी गिरफ्तारी में जुटी है.

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