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आधार कार्ड से फर्जी तरीके से लोगों के बैंक खाते से पैसे उड़ाने वाले गिरोह का हुआ पर्दाफाश, तीन अपराधी धराए

आधार कार्ड से फर्जी तरीके से लोगों के बैंक खाते से पैसे उड़ाने वाले गिरोह का हुआ पर्दाफाश, तीन अपराधी धराए

ARWAL :  साइबर क्राइम गिरोह का उद्भेदन कर, किंजर पुलिस ने साइबर क्राइम पर लगातार, एक महीने के अंदर दो बार सफलता प्राप्त की। इसके पूर्व गुम हुए एवं चोरी गए 15 मोबाइल को रिकवर किया था, वहीं आधार द्वारा फर्जी तरीके से लोगों के बैंक खाते से पैसे उड़ाने वाले गिरोह का, पर्दाफाश कर, एक बड़ी उपलब्धि हासिल की है। 

फर्जीवाड़े की घटना को अरवल पुलिस अधीक्षक मोहम्मद कासिम एवं अरवल अनुमंडल पुलिस पदाधिकारी राजीव रंजन ने संयुक्त रूप से प्रेसवार्ता में बतलाया कि, जिले में साइबर अपराध बढ़ती जा रही थी, खासकर किंजर थाना एवं करपी थाना में फर्जी तरीके से लोगों के बैंक खाते से पैसे उड़ाए जा रहे थे, जिसकी केस की संख्या बढ़ती जा रही थी। इस अपराध को लेकर हमने एक स्पेशल टीम गठित किया, जिसमें किंजर थाना अध्यक्ष धनंजय कुमार, पुअनि सुरेंद्र कुमार, पुअनि पवन कुमार दास, पुअनि हरिकांत कुमार एवं जिला आसूचना संकलन इकाई शामिल हैं। इस टीम ने साइबर क्राइम का अनुसंधान शुरू किया, अनुसंधान के क्रम में तीन युवक का नाम आया, जिसके बाद इस स्पेशल टीम ने, इन तीनों युवकों को गिरफ्तार कर थाने लायी। गिरफ्तार युवक रौशन कुमार, पिता नंद कुमार, ग्राम मखदुमपुर, थाना किंजर, जिला अरवल, भीष्म प्रताप, पिता उपेंद्र सिंह, ग्राम मठिया पर, थाना खिड़ी मोड़, जिला अरवल एवं इंद्रजीत कुमार, पिता स्वर्गीय शिव बल्लभ सिंह, ग्राम बरहईया बाग, थाना करपी, जिला अरवल शामिल है। गिरफ्तारी के दौरान एक पॉलीमर स्टांप मशीन, नगद 4464 रुपए, 5 रूपए का नेपाली करेंसी, 5 पेन ड्राइव, 16 मोबाइल, 53 सिम कार्ड, 207 पीस फिंगर क्लोन, 20 पासबुक, 10 पैन कार्ड, 11 आधार कार्ड, 13 वोटर कार्ड, 26 चेक बुक एवं तीन रजिस्टर बरामद किए गए हैं।

 पूछताछ के क्रम में पता चला कि इंद्रजीत कुमार ही इस साइबर क्राइम गिरोह को विकसित किया है, इंद्रजीत ने कबूल किया कि, हमने यूट्यूब के माध्यम से इस फर्जीवाड़े करने का आईडिया ढूंढा था, इस साइबर क्राइम में दो अपराधी पूर्व में सीएसपी का संचालन करते थे, भीष्म प्रताप एवं रौशन कुमार।

 इंद्रजीत कुमार ने इन दोनों से प्रतिदिन का ट्रांजैक्शन रजिस्टर से लोगों के अंगूठे का नमूना इकट्ठा करवाया और कंप्यूटर सॉफ्टवेयर के माध्यम से अंगूठे का निशान का डेवलपिंग कर, ट्रेस पेपर पर अंगूठे का प्रिंट आउट कर, अंगूठे का क्लोन पॉलीमर स्टांप मशीन के द्वारा तैयार कर, उक्त साइबर अपराधी फर्जी तरीके से एयरटेल का दो सिम प्राप्त किया और फर्जी तरीके से आईडी बनाकर फ्रॉड करने लगा, लोगो के बैंक खाते से पैसे उड़ाने लगा, जिससे आम लोगों में सनसनी फैल गई और साइबर क्राइम की केस थाने में बढ़ने लगी, जिस पर अरवल पुलिस ने त्वरित कार्रवाई करते हुए, साइबर अपराध का भंडाफोड़ किया।

 वही पुलिस अधीक्षक ने बतलाया कि इस अपराध में अन्य संलिप्त अपराधियों को भी, छापामारी कर लगातार गिरफ्तार की जा रही है, साथ ही उन्होंने कहा कि इस अपराधिक उद्भेदन में शामिल पुलिस पदाधिकारियों को पुरस्कृत किया जाएगा एवं इस तरह के फ्रॉड करने वालों पर अरवल पुलिस प्रशासन हर समय पैनी नजर नजर रख रही है।

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