KATIHAR : कटिहार में ग्रुप डी और पिउन के नौकरी में फर्जीवाड़ा से जुड़ा हुआ एक संगीन मामला कटिहार रेल मंडल से सामने आया है। यहां दरअसल एक युवक फर्जी ज्वाइनिंग लेटर के आधार पर डीआरएम बिल्डिंग में पहुंचकर नौकरी को लेकर जॉइनिंग के प्रयास में था, लेकिन समय पर विभाग को इस गड़बड़ी को पकड़ लिया गया। मामले में मंडल के डीआरएम सुरेंद्र कुमार ने कहा कि फिलहाल, इस बात की जानकारी ली जा रही है कि इस तरह के और कितने मामले हैं। उन्होंने बताया कि इस तरह की गड़बड़ी करनेवालों के खिलाफ कड़ी कार्रवाई की जाएगी।
रेलवे में बिचौलिए के जरिए नहीं होती नौकरी
डीआरएम ने बताया कि रेलवे में नौकरी के किसी भी नौकरी के लिए प्रतियोगी परीक्षा आयोजित की जाती है। जो लोग क्वालीफाई करते हैं, उन्हें ही यह नौकरी हासिल होती है। रेलवे इस तरह किसी भी ग्रेड में सीधी नियुक्ति नहीं करती है। अगर इस तरह बिचौलिए रेलवे में नौकरी दिलाने की बात कर रहे हैं तो ऐसे लोगों से बचने की जरुरत है। उन्हें किसी प्रकार के लेन-देन भी नहीं करें।
डीआरएम ने इस दौरान बताया कि जहां तक फर्जी ज्वाइनिंग लैटर मिलने के जरिए युवक को नौकरी दिलाने की बात है तो उस लेटर पर किसी अधिकारी का सिग्नेचर भी नहीं है। साथ ही अभी तक की जांच में हमारे विभाग के किसी अधिकारी की संलिप्तता सामने नहीं आई है। जांच की जा रही है कि रेलवे में नौकरी दिलाने के नाम पर कौन इस तरह का फर्जीवाड़ा कर रहा है। जो भी दोषी होंगे, उनके खिलाफ कड़ी कार्रवाई की जाएगी।
दूसरी तरफ इस फर्जीवाड़े के सामने आते ही दबी जुबान में चर्चा भी शुरू हो गई है। मंडल से जुड़े कुछ लोगों का कहना है कि इसी तरह से फर्जी तरीके से कई लोगों की रेलवे में नौकरी लगाई जा चुकी है। हालांकि मंडल के अधिकारी इससे इनकार कर रहे हैं।