PATNA : पेरिस ओलंपिक में भारतीय खिलाड़ियों का अब तक का प्रदर्शन निराशाजनक रहा है। ऐसे में अब सारी उम्मीदें भालाफेंक में हिस्सा ले रहे गोल्डन बॉय नीरज चोपड़ा से लगी है। एक अरब भारतीयों का उम्मीद लेकर उतरे नीरज चोपड़ा ने इन उम्मीदों को जिंदा रखते हुए आज अपने पहले ही प्रयास में सीधे फाइनल राउंड में अपनी जगह पक्की कर ली है। माना जा रहा है कि भारत को नीरज चोपड़ा लगातार दूसरे ओलंपिक में गोल्ड मेडल दिला सकते हैं। उनका खिताबी मुकाबला 8 अगस्त 2024 को खेला जाएगा।
गोल्ड जीता तो बन जाएंगे कई रिकॉर्ड
हरियाणा के रहने वाले 26 वर्षीय खिलाड़ी ने ओलंपिक 2024 के क्वालिफिकेशन राउंड में पहली ही बार में 89.34 का भाला फेंका। ये उनका इस सीजन का बेस्ट था। चोपड़ा अगर स्वर्ण जीतते हैं तो ओलंपिक के इतिहास में खिताब बरकरार रखने वाले पांचवें खिलाड़ी हो जायेंगे । इसके साथ ही ओलंपिक व्यक्तिगत वर्ग में दो स्वर्ण पदक जीतने वाले पहले भारतीय भी बनेंगे।
ओलंपिक की पुरूष भालाफेंक स्पर्धा में अभी तक एरिक लेमिंग (स्वीडन 1908 और 1912), जोन्नी माइरा (फिनलैंड 1920 और 1924), चोपड़ा के आदर्श जान जेलेंजी (चेक गणराज्य 1992 और 1996) और आंद्रियास टी (नॉर्वे 2004 और 2008) की ओलंपिक में भालाफेंक स्पर्धा में खिताब बरकरार रख सके हैं।
इस साल कई प्रतियोगिताओं से बाहर रहे हैं नीरज
इस साल चोपड़ा ने सिर्फ तीन स्पर्धाओ में भाग लिया लेकिन उनके बाकी प्रतिस्पर्धी भी अच्छा प्रदर्शन नहीं कर पाये हैं। दोहा डायमंड लीग में मई में चोपड़ा ने 88 . 36 मीटर का थ्रो फेंका । वहीं एडक्टर में असहजता के कारण 28 मई को ओस्ट्रावा गोल्डन स्पाइक में एहतियात के तौर पर भाग नहीं लिया। उन्होंने जून में फिनलैंड में पावो नुरमी खेलों में 85 . 97 मीटर का थ्रो फेंककर स्वर्ण के साथ वापसी की । इसके बाद सात जुलाई को पेरिस डायमंड लीग में भाग नहीं लिया।
विनेश फोगाट ने भी बनाई उम्मीदें
पेरिस ओलंपिक 2024 में महिलाओं की 50 किलोग्राम भारवर्ग में विनेश फोगाट ने 5 बार के वर्ल्ड चैंपियन को हरा दिया है। विनेश फोगाट ने जापान की सुसाकी यू को हराते हुए दमदार आगाज किया है। जापानी पहलवान तोक्यो ओलंपिक की गोल्ड मेडल विनर थी। बाउट में उसने पहला पॉइंट भी लिया, लेकिन आखिरी मोमेंट पर विनेश फोगाट ने 'दंगल' की तरह फिल्मी अंदाज में पटकनी देते हुए बाजी अपने नाम कर ली। उन्होंने पहले दो पॉइंट लिए, जबकि इसके बाद एक और पॉइंट मिला। इस तरह उन्होंने 3-1 से यह बाउट जीतकर क्वार्टर फाइनल में पहुंच गई हैं। विनेश फोगाट के लिए यह बाउट मुश्किल मानी जा रही थी, क्योंकि विनेश फोगाट ने कमाल करते हुए भारत की एक और मेडल की उम्मीद को कायम रखा है।