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भारत में कोरोना के बढ़ते मामलों पर स्वास्थ्य सचिव की बड़ी घोषणा, इन राज्यों को रहना पड़ेगा सतर्क

भारत में कोरोना के बढ़ते मामलों पर स्वास्थ्य सचिव की बड़ी घोषणा, इन राज्यों को रहना पड़ेगा सतर्क

DESK. कोरोना को लेकर एक बार फिर से देश में मामलों में तेजी आने के संकेत दिख रहे हैं। राहत की बात है कि फ़िलहाल न तो यह वैश्विक महामारी का रूप है और ना ही इसे लेकर केंद्र की ओर से कोई अलर्ट जारी किया गया है। इस बीच गुरुवार को केंद्रीय स्वास्थ्य सचिव राजेश भूषण ने इसको लेकर बड़ी जानकारी दी है। स्वास्थ्य सचिव ने बताया कि अब तक भारत में वैश्विक मामलों का लगभग 1% रिपोर्ट किया जा रहा है। इसके साथ ही उन्होंने कहा कि सक्रिय मामले अभी 7,600 हैं। रोजाना औसतन 966 मामले सामने आ रहे हैं। उन्होंने बताया कि फरवरी के दूसरे हफ्ते में रोजाना औसतन 108 मामले सामने आ रहे थे, अब यह बढ़कर 966 हो गए हैं। 

उन्होंने यह भी कहा कि भारत में वर्तमान में चल रहे सभी संस्करण ओमिक्रॉन के उप-प्रकार हैं। उन्होंने कहा कि विश्व में कोविड के 94,000 नए मामले दिन के आए हैं। अभी भी यह वैश्विक महामारी खत्म नहीं हुई है क्योंकि नए मामले आ रहे हैं। राजेश भूषण ने बताया कि अमेरिका में से विश्व का 19%, रूस से 12.6% और हमारे देश से विश्व के 1% मामले आ रहे हैं। इसके साथ ही स्वास्थ्य सचिव ने कुछ राज्यों को लेकर चिंता भी जताई। उन्होंने कहा कि जिन आठ राज्यों में सबसे ज्यादा मामले सामने आ रहे हैं वे हैं- महाराष्ट्र, गुजरात, केरल, कर्नाटक, तमिलनाडु, दिल्ली, हिमाचल प्रदेश और राजस्थान। 

उन्होंने कहा कि मैंने 16 मार्च को व्यक्तिगत रूप से इन राज्यों को लिखा था कि उन्हें क्या कार्रवाई करने की आवश्यकता है। वहीं, मेदांता अस्पताल के निदेशक नरेश त्रेहन ने कहा कि दुनिया कोरोना से मुक्त नहीं हुई है। अभी भी सतर्कता बरतनी ज़रूरी है। उन्होंने कहा कि भीड़-भाड़ वाले इलाकों में जाने से बचना है। जैसे हमने पहले कोरोना की लड़ाई लड़ी थी वैसे ही फिर से लड़ना है, फिलहाल लॉकडाउन की ज़रूरत नहीं है। 

इससे पहले प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने कोरोना वायरस को लेकर एक बड़ी बैठक की थी। उन्होंने अधिकारियों को जीनोम अनुक्रमण बढ़ाने तथा लोगों के कोविड-उपयुक्त व्यवहार अपनाने पर जोर देने को कहा। उन्होंने टीकाकरण अभियान की स्थिति, कोविड-19 के नये स्वरूपों तथा इन्फ्लूएंजा के प्रकारों के उभरने और देश के लिए उनके जन स्वास्थ्य प्रभावों की भी समीक्षा की। बैठक में स्वास्थ्य सचिव राजेश भूषण ने भारत में बढ़ते मामलों समेत वैश्विक कोविड स्थिति पर एक व्यापक प्रस्तुतीकरण दिया। प्रधानमंत्री को बताया गया कि भारत में संक्रमण के नये मामलों में थोड़ी वृद्धि हुई है।


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