RANCHI : लगभग तीन महीने भी ज्यादा समय तक बिरसा मुंडा जेल में गुजारने के बाद जमानत पर रिहा हुए हेमंत सोरेन एक बार फिर से राजनीति में एक्टिव हो गए हैं। साथ ही पार्टी के सभी बड़े नेताओं से उनका मिलने का शुरू हो गया है। जिसके बाद यह चर्चा शुरू हो गई है कि हेमंत सोरेन फिर से प्रदेश की सत्ता संभाल सकते हैं।
बताया जा रहा है कि बुधवार को हेमंत सोरेन ने अपने आवास पर सत्तारूढ़ गठबंधन के सभी विधायकों की बैठक बुलाई गई है। सत्तापक्ष के सभी विधायकों को बैठक में उपस्थित रहने को कहा गया है। सभी विधायकों की बैठक बुलाने से राजनीतिक गलियारे में एकाएक सुगबुगाहट तेज हो गई है। कयास लगाए जा रहे हैं कि इस बैठक में कोई बड़ा फैसला लिया जा सकता है।
सरकार के विधायकों में बढ़ी हलचल
वर्तमान राजनीतिक परिस्थितियों में गठबंधन की साझा बैठक बुलाए जाने से विधायकों में हलचल बढ़ गई है। सोमवार की देर शाम तक विधायक बैठक का एजेंडा जानने में व्यस्त रहे। विधायकों को कहा गया है कि पांच माह बाद हेमंत सोरेन रिहा हुए हैं। वे गठबंधन के विधायकों के साथ मुलाकात कर राजनीतिक परिस्थितियों पर विचार-विमर्श करना चाहते हैं।
चंपई सोरेन की जगह संभाल सकते हैं कमान
चर्चा है कि बैठक में विधायक हेमंत सोरेन को दोबारा सरकार की कमान सौंपने पर अपनी राय दे सकते हैं। बता दें कि ईडी की कार्रवाई को देखते हुए हेमंत सोरेन ने हिरासत में लिए जाने के पूर्व भी आईएनडीआईए के सभी विधायकों की बैठक बुलाई थी।
उक्त बैठक में विधायकों के समर्थन संबंधी हस्ताक्षर लिए गए थे। बैठक के दौरान चम्पाई सोरेन को नया नेता चुनने का निर्णय किया गया था।