पटना... बिहार विधानसभा चुनाव में अलग अलग पार्टियों की ओर से रोजगार के अलग अलग दावे किए गए। महागठबंधन की ओर से मुख्यमंत्री पद के उम्मीदवार तेजस्वी यादव ने कहा की उनकी सरकार बनने पर 10 लाख लोगों को रोजगार दिया जाएगा तो भाजपा ने भी 19 लाख रोजगार देने का वादा किया। वादे तो किए गए लेकिन पहले से शिक्षक बहाली में सरकार की ओर से की जा रही लापरवाही पर हाइकोर्ट ने संज्ञान लेते हुए फटकार लगा दी।
हाइकोर्ट के फटकार के बाद अब रोजगार के मुद्दे पर पहले से हमलावार बने तेजस्वी यादव ने सोशल मीडिया के जरिए सरकार को घेरने की कोशिश की है। इधर, विधानसभा का विशेष सत्र भी चल रहा है और आज उसका आखिरी दिन है, ऐसे में विधानसभा में हंगामा होने के पूरे आसार हैं। ट्वीट में तेजस्वी यादव ने कुछ यूं कहा।
दरअसल राज्य के सेकेंडरी और हायर सेकेंडरी स्कूलों में बड़े पैमाने पर शिक्षकों के रिक्त पदों पर अब तक नहीं भरे गए हैं। इसे अब पटना हाई कोर्ट ने काफी गंभीरता से लिया है। जस्टिस ए अमानुल्लाह ने याचिकाकर्ता देवेन्द्र पासवान व अन्य की याचिकाओं पर सुनवाई करते हुए राज्य सरकार व बिहार विद्यालय परीक्षा समिति को 8 जनवरी, 2021तक जवाब देने का निर्देश दिया है।
बता दें कि राज्य में सेकंडरी और हायर सेकंडरी स्कूलों में लगभग 34 हजार शिक्षकों के पद रिक्त हैं. इन पर बहाली के लिए 1 जुलाई, 2019 को राज्य सरकार ने विज्ञापन निकाला था। 20 अप्रैल, 2020 तक 33, 916 पद रिक्त होने की बात कही गई, लेकिन अब तक इन पदों पर भर्ती नहीं की गई है। इस मामले पर अगली सुनवाई 8 दिसंबर,2021को होगी।