पटना- चैत्र नवरात्रि प्रतिपदा तिथि से ही नया हिंदू वर्ष भी प्रारंभ हो जाता है. आज हिन्दुओं का नव वर्ष भी है. हिंदू पंचांग के अनुसार नववर्ष की शुरुआत चैत्र के महीने में होती है. चैत्र महीने के शुक्ल पक्ष की प्रतिपदा तिथि से हिंदू नववर्ष का आरंभ होता है. सनातन धर्म का प्रमुख पर्व होता है नवरात्र, जो साल में दो बार चैत्र नवरात्रि और शरद नवरात्रि के रूप में मनाया जाता है.नवरात्र में शक्ति की आराधना का विशेष महत्व है. नवरात्रि जो देवी शक्ति के नौ अलग-अलग रूपों को समर्पित होता है. नवरात्रि के नौ दिनों में माँ भवानी के नौ रूपों की पूजा- अर्चना की जाती है. आज यानि 9 अप्रैल से चैत्र नवरात्रि की शुरुआत हो चुकी है.
नया हिंदू वर्ष भी प्रारंभ
पटना सहित राज्य के सभी मंदिरों में श्रद्धालुओं की भारी भीड़ मंदिरों में देखी जा रही है. मां की पूजा अर्चना के लिए लोग अहले सुबह से हीं मंदिर पहुंच रहे हैं. वहीं हिन्दू नव वर्ष होने से लोग एक दूसरे को शुभकामनाएं भी दे रहे है.
पहले दिन सर्वार्थ सिद्धि योग और अमृत सिद्धि योग
नवरात्र के पहले दिन मां शैलपुत्री की पूजा का विधान है. चैत्र नवरात्र के पहले दिन सर्वार्थ सिद्धि योग और अमृत सिद्धि योग बन रहे हैं. इस समय में घटस्थापना आपके लिए बहुत ही लाभदायक और उन्नतिकारक सिद्ध हो सकता है.9 दिनों तक चलने वाला ये पर्व 17 अप्रैल को समाप्त होगा.
मां दुर्गा घोड़े पर सवार होकर आएंगी
चैत्र माह के शुक्ल पक्ष की प्रतिपदा तिथि से चैत्र नवरात्रि की शुरुआत होती है. इस साल चैत्र शुक्ल की प्रतिपदा तिथि 08 अप्रैल को देर रात 11:50 मिनट से शुरू हुई है. ये तिथि 9 अप्रैल को संध्याकाल 08:30 मिनट पर समाप्त होगी. हिंदू धर्म में उदया तिथि मान है, इसलिए 09 अप्रैल को घटस्थापना है. इस साल चैत्र नवरात्रि में मां दुर्गा घोड़े पर सवार होकर आएंगी. घोड़े को मां दुर्गा का शुभ वाहन नहीं माना जाता है.