पटना/दिल्ली. राजद सांसद मनोज झा ने मोदी सरकार द्वारा कुश्ती खिलाडी विनेश फोगाट को लेकर हुए खर्च का हिसाब संसद में देने पर आपत्ति जताई है. उन्होंने गुरुवार को कहा कि जो सरकार संसद में एथलीटों पर किए गए खर्च का हिसाब देती है. उसे कोई शर्म नहीं है. इस बात का हिसाब दिया जाना चाहिए कि पीएम और कैबिनेट मंत्रियों पर करदाताओं का कितना पैसा खर्च होता है. उन्होंने खेल मंत्री द्वारा संसद में खिलाड़ी पर किए गए खर्च का हिसाब देने पर आश्चर्य जताया.
दरअसल, ओलंपिक में 50 किलोग्राम महिला कुश्ती में फाइनल में जाने के बाद विनेश फोगाट को 100 ग्राम वजन ज्यादा होने के कारण अयोग्य करार दे दिया गया. इसी पर संसद में खेल मंत्री मनसुख मंडाविया ने कहा, विनेश फोगाट की मदद के लिए सरकार ने हरमुमकिन कोशिश की। उनके लिए पर्सनल स्टाफ नियुक्त किए गए। हंगरी के मशहूर कोच वोलेर अकोस और फिजियो अश्विनी पाटिल को तैनात किया गया। कई स्पारिंग पार्टनर्स, स्ट्रेंथ एंड कंडीशनिंग एक्सपर्ट को पैसे दिए गए।
मंडाविया ने इस मौके पर उसका विवरण भी दिया। खेल मंत्री ने जानकारी दी कि सरकार ने ओलंपिक की तैयारी के लिए विनेश पर 70 लाख 45 हजार रुपए खर्च किए। उन्होंने कहा कि विनेश को ट्रेनिंग के लिए विदेश भी भेजा गया था। उनके इस बयान पर विपक्ष ने नाराजगी जताई. इसी को लेकर राजद सांसद मनोज झा ने कहा कि जो सरकार संसद में एथलीटों पर किए गए खर्च का हिसाब देती है. उसे कोई शर्म नहीं है. उन्होंने कहा कि पीएम मोदी और कैबिनेट मंत्रियों पर करदाताओं का कितना पैसा खर्च होता है इसका भी हिसाब दिया जाना चाहिए.
इस बीच, संसद की कार्यवाही शुरू होने पर विपक्ष ने सदन में विनेश फोगाट के मुद्दे पर चर्चा की मांग की. हलाकि आसन ने इसकी अनुमति नहीं दी जिसके बाद विपक्ष ने सदन से वाकआउट कर दिया.