किसी को बेड मिला तो गद्दा नहीं तो कोई फर्श पर लेटने को मजबूर, बिहार के स्वास्थ्य विभाग की फिर खुली पोल, नसबंदी शिविर में दिखी बड़ी लापरवाही

किसी को बेड मिला तो गद्दा नहीं तो कोई फर्श पर लेटने को मजबूर

KHAGARIA: बिहार के स्वास्थ्य विभाग की एक बार फिर पोल खुल गई है। परिवार नियोजन के तहत बेलदौर सीएचसी में बंध्याकरण में बड़ी लापरवाही देखने को मिला है। अस्पताल में मरीजों को बेड के बदले फर्श पर लिटा दिया गया। जिससे ठंड के बीच संक्रमण फैलने का खतरा मंडरा सकता है। जानकारी के मुताबिक मंगलवार की देर शाम को बेलदौर सीएचसी में शिविर लगाकर 21 महिलाओं का सफल बंध्याकरण ऑपरेशन किया गया लेकिन इनमें से तीन महिलाओं को बेड भी उपलब्ध नहीं हो सका।

वहीं 10 मरीजों को गद्दा उपलब्ध करवाई गई जबकि 8 मरीजों को गद्दा भी नसीब नहीं हो पाया। सभी 18 मरीजों को वेटिंग एरिया में फर्श पर लिटा दिया गया। जिससे सुरक्षित बंध्याकरण पर सवाल खड़ा हो गया है। जानकारी के मुताबिक बेलदौर सीएचसी भवन निर्माण को लेकर पुराने बिल्डिंग को तोड़कर नए भवन निर्माण कार्य जारी है। 

बंध्याकरण करवाई बोबिल फुलवरिया गांव के तीन मरीजों अंजली देवी, नेहा देवी एवं नीतू कुमारी के परिजनों ने बताई सीएचसी प्रबंधक द्वारा बेड उपलब्ध करवाने की बात तो दूर गद्दा तक उपलब्ध नहीं करवाया गया। मरीजों को ठंड में फर्श पर लिटा दिया गया। वहीं पीएचसी प्रभारी डॉ. मुकेश कुमार ने बताया 21 महिलाओं का सफल बंध्याकरण ऑपरेशन किया गया।

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भवन नहीं रहने के कारण प्रयाप्त बेड नहीं लगाया जा सकता है। वहीं सीएचसी के स्वास्थ्य प्रबंधक अमर पासवान ने बताया बेड के लिए प्रयाप्त भवन नहीं रहने के कारण मरीजों को फर्श पर गद्दा उपलब्ध करवाया गया है। 

खगड़िया से अनिश की रिपोर्ट

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