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निलंबित कार्यपालक अधिकारी के पास मिली करोड़ों की अवैध संपत्ति, इंदौर में फ्लैट से लेकर बच्चों के नाम लाखों का बीमा

निलंबित कार्यपालक अधिकारी के पास मिली करोड़ों की अवैध संपत्ति, इंदौर में फ्लैट से लेकर बच्चों के नाम लाखों का बीमा

PATNA : हाजीपुर नगर परिषद के निलंबित कार्यपालक पदाधिकारी अनुभूति श्रीवास्तव के पटना आवास पर निगरानी विभाग ने छापेमारी की। इस दौरान निलंबित अधिकारी के घर से करोड़ों रुपए की अवैध संपत्ति अर्जित करने का खुलासा हुआ है। मामले में निगरानी विभाग ने निलंबित पदाधिकारी के खिलाफ एसवीयू कांड संख्या 001/2021 के तहत धारा 13(2)r/w13(1)(b) P.C Act दर्ज किया है।

एक करोड़ से अधिक की अवैध संपत्ति

निगरानी विभाग ने बताया कि इस कार्रवाई के दौरान निलंबित अधिकारी के पास 1 करोड़ एक लाख 75 हजार 484 रुपए की अवैध संपत्ति की जानकारी मिली है। जिनमें अपने, पत्नी और दो बच्चों के नाम पर इंश्योरेंस और म्यूचुअल फंड में निवेश किया है। जिसके लिए हर साल 15 लाख से अधिक का प्रिमियम दर्ज किया जा रहा था। यह पिछले कई सालों से चल रहा था। 

इंदौर में खरीदा था फ्लैट

कार्रवाई के दौरान इस बात की भी जानकारी मिली कि सीओ अनुभुति श्रीवास्तव ने पटना के साथ इंदौर में भी एक फ्लैट खरीदी थी। इसके साथ ही उसके पास से एक अर्टिगा और एक इनोवा कार के भी होने की पुष्टि हुई है। निगरानी विभाग के अनुसार अभियुक्त के पटना स्थित आवास की तलाशी के दौरान कई आपत्तीजनक दस्तावेज मिले हैं, जिनमें फिक्स डिपोजिट, एलआईसी व रियल एस्टेट में निवेश की बात सामने आई है। वहीं तलाशी के दौरान उनके आवास से नगदी भी बरामद की गई है। इसके अलावा वह कई बार मॉरिशस का टूर भी कर चूके हैं। निगरानी विभाग ने बताया कि इनमें से कई संपत्ति ऐसी है, जिसके बारे में अभियुक्त द्वारा अपनी घोषित संपत्ति में जानकारी नहीं दी है। 

भभुआ नगर परिषद मे हेराफेरी करने पर हुई थी कार्रवाई

बताया गया कि भभुआ नगर परिषद में सीओ की ड्यूटी के दौरान अनुभूति श्रीवास्तव ने करोड़ो रुपए की हेराफेरी की थी, जिसकी जांच डीएम ने की थी और उन्हें निलंबित करने की अनुशंसा की थी, लेकिन नगर प्रशासन विभाग ने यह फाइल दबा दी थी। मामले में खुलासा तब हुआ जब सीएम के जनता दरबार में पदाधिकारी की पोल खुली। जिसके बाद 24 घंटे में निलंबन का आदेश जारी कर दिया गया। 

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