PATNA- बंगाल की खाड़ी से उठा मिचौंग एक गंभीर चक्रवाती तूफान का रूप ले चुका है. बापटला के करीब आंध्र प्रदेश तट से टकराया है. इस दौरान देश के कई हिस्सों में भारी बारिश देखने को मिल रही है. बिहार का हाल भी कुछ ऐसा ही है. पिछले 24 घंटों के दौरान पटना समेत सूबे के कई जिलों में बारिश दर्ज हुई. पटना स्थित मौसम विज्ञान केंद्र र के अनुसार मिचौंग तूफान का असर बिहार के कई हिस्सों में भी देखने को मिलने वाला है. इसके फलस्वरूप कई भागों में आज भी बारिश होने की संभावना है. गुरुवार को पटना में बारिश से तापमान में गिरावट दर्ज की गई है. राजधानी पटना समेत कई जिलों का पारा लुढ़क गया. अचानक से हवाएं शीतलहर जैसी लगने लगीं. लोगों को स्वेटर और जैकेट का सहारा लेना पड़ गया. रात 8 बजे के बाद ठंड अचानक से बढ़ गई.
राजधानी पटना में दिन में दो बजे के बाद कोहरा छा गया. इससे अधिक परेशानी हुई. मौसम का मिजाज बदलने से दिनभर धूप नहीं निकली. इससे लोगों को काफी परेशानी हुई. स्कूली बच्चों को सबसे अधिक परेशानी हुई. शाम में कईजगहों पर हल्की बारिश भी हुई. इससे सड़कों पर फिसलन बढ़ गयी. राज्य के अधिकांश हिस्सों में सुबह के समय कुहासा छाया रहेगा. पटना में सुबह से बादल और कोहरे का साया है. दिन में हल्की बारिश भी ही सकती है.
पटना मौसम विभाग के पूर्वानुमान के अनुसार 7 दिसंबर को सुपौल, अररिया, किशनगंज, मधेपुरा, सहरसा, पूर्णिया, कटिहार, पटना, बक्सर, भोजपुर, रोहतास, भभुआ, अरवल, औरंगाबाद, गया, नालंदा, नवादा, शेखपुरा, बेगूसराय, लखीसराय, जहानाबाद, भागलपुर, बांका, जमुई, मुंगेर और खगड़िया में एक या दो जगहों पर हल्की बारिश का पूर्वानुमान जताया गया है.मौसम विभाग के अनुसार 3 दिन के बाद राज्य का न्यूनतम पारा 2-3 डिग्री गिर सकता है.
वहीं दो दिन से रुक-रुककर हो रही हल्की बारिश से खेतों में कटे धान के पातन के भींगने से किसान चिंतित हैं. किसानों ने बताया कि खेतों में लगे ज्यादातर धान फसल की कटाई कर सूखने के लिए पातन खेतों में ही छोड़ दिया गया है. लेकिन बारिश से वह और भींग गया. अगल तेज बारिश हुई तो कटे धान की फसल बर्बाद हो सकती है. बांका में मौसम का मिजाज बुधवार से बदल गया. पूरे दिन आसमान में बादल छाए रहे. दोपहर बाद बूंदाबांदी के साथ ठंड ने भी दस्तक दे दी. वहीं, बारिश के कारण धान की कटाई रुक गई है. ऐसे में वैसे किसानों की चिंता बढ गई है, जिनकी फसल खलिहान में रखी है. पूरे दिन धूप नहीं खिली. किसान कटी फसलों को सुरक्षित स्थानों पर रखने में जुटे रहे. मौसम विभाग की माने तो मौसम का मिजाज इसी तरह 11 दिसंबर तक रहेगा. गुरुवार को पूरे दिन बादल के साथ झमाझम बारिश पढ़ती रही जिससे किसानों के चेहरे पर उदासी देखने को मिला.