AURANGABAD : बिहार में पूर्ण शराबबंदी है.शराब-बेचना खरीदना,पीना गुनाह-ए-अजीम है.लेकिन विडम्बना है कि बिहार में शराब की तस्करी धड़ल्ले से हो रही है.ये हम नहीं कह रहे मानना है मद्य निषेध विभाग का.विभाग का कहना है कि पहले के साल से ज्यादा शराब वर्ष 2022 में खरीदी गई है.वही शराब तस्करों के हौसले इतने बुलंद हैं कि वे हत्या करने से भी गुरेज नहीं कर रहे. ताजा मामला औरंगाबाद के नबीनगर थाना क्षेत्र के जनकपुर पोखर का है जहां शराब तस्करों ने महिला को पीट पीट कर अधमरा कर दिया जिसकी इलाज के दौरान मौत हो गई.
शराब के तस्करों के कारनामे आए दिन सामने आते रहते हैं.इन दिनों औरंगाबाद में पुलिसिया इकबाल खत्म होते दिख रहा है, वहीं शराब तस्करों का मंसूबे सातवें आसमान पर है. घटना है 31 जुलाई का है. औरंगाबाद के नबीनगर में शराब के खिलाफ विरोध करना एक महिला को महंगा पड़ गया .महिला को अकेला देख शराब तस्करों ने उसकी जमकर पिटाई कर दी, जिसमें महिला बुरी तरह से घायल हो गई .घटना की सूचना पाते ही परिजनों मौके पर पहुंच इलाज हेतु औरंगाबाद सदर हॉस्पिटल लाया जहाँ डॉक्टरों ने स्थिती को गम्भीर देखते हुए महिला को पटना रेफर कर दिया था
इलाज के दौरान बुधवार की रात महिला की मौत हो गई . वहीं मौत की खबर सुनते ही आक्रोशित ग्रामीणों ने नवीनगर मुख्य पथ को जाम कर दिया और पुलिस प्रशासन के खिलाफ जमकर प्रदर्शन किया.जाम के कारण पूरी तरह से यातायात ठप हो गया. सड़क जाम की सूचना पाकर नवीनगर थाना का पुलिस मौके पर पहुंची और लोगों को समझा बुझा कर शांत किया.
ग्रामीणों ने पुलिस कप्तान से नवीनगर थाने के थानेदार और कई पुलिस अधिकारियों को हटाने की मांग कर रहे हैं.गांववालों का कहना है कि यह घटना नवीनगर पुलिस की लापरवाही से हुई है ,जबकि कुछ दिन पूर्व ही थाना अध्यक्ष को ग्रामीणों ने आवेदन देकर यह बताया था की आरोपी शराब के कारोबार में संलिप्त है ,और विरोध करने पर मारने पीटने की धमकी देता है.गांववालों का कहना था कि थानाध्यक्ष के द्वारा उसपर कोई कार्रवाई नहीं की गई.उनका कहना है कि पुलिस के कार्रवाई नहीं करने से शराब तस्करों का मनोबलों काफी बढ़ गया है और इसका नतीजा है महिला की हत्या.
वहीं हत्या के बाद से गांव में मातम पसरा हुआ और परिजनों का रो रोकर बुरा हाल है.तो पुलिस के खिलाफ गांववाले खासे आक्रोशित है.