औरंगाबाद में दो बाइक सवार अपराधियों ने पैक्स अध्यक्ष के बेटे को गोली मार दी. घटना बुधवार की रात फेसर थाना क्षेत्र के बाघोई कला गांव की है.बुधवार की रात औरंगाबाद सदर प्रखंड के फेसर थाना क्षेत्र के बघोई कला गांव में दो बाइक सवार अपराधियों ने पैक्स अध्यक्ष के 22 वर्षीय पुत्र को गोली मार दी, जिससे वह गंभीर रूप से घायल हो गया है . जख्मी युवक की पहचान बाघोइ कला गांव निवासी पैक्स अध्यक्ष विजय कुमार सिंह के पुत्र मनीष कुमार सिंह के रूप में हुई है. फिलहाल घटना का कारण स्पष्ट नहीं हो सका है.
औरंगाबाद हॉस्पिटल में इलाज के दौरान जख्मी युवक ने बताया कि वह अपने गांव में टहल रहा था. टहलने के बाद वह पैदल अपने घर लौट रहा था. तभी बाइक सवार दो अपराधी पहुंचे और गोली मार कर फरार हो गए. हालांकि युवक को गोली पेट में लगी है , गोली लगने के बाद युवक चीखने-चिल्लाने लगा जिसकी आवाज सुन आसपास के लोग घटनास्थल पर दौड़ कर पहुंचे और शोरगुल मचाने लगे .
गांव में शोरगुल की आवाज सुन घायल युवक का परिजन भी मौके पर पहुंचे और आनन-फानन में घायल युवक को इलाज के लिए औरंगाबाद सदर अस्पताल लाया गया, जहां डॉक्टरों ने प्राथमिक उपचार के बाद स्थिति को गम्भीर देखते हुए हायर सेंटर रेफर कर दिया. इलाज के दौरान युवक ने बताया कि जिस युवक द्वारा हमे गोली मारी गयी है उससे हमे कोई विवाद नही था. हालांकि युवक ने गोली क्यो चलाया, इसकी जानकारी संदेह के घेरें में हैं.
इधर घटना की सूचना मिलते ही फेसर थानाध्यक्ष सूरज कुमार दलबल के साथ घटनास्थल पर पहुंचे और मामले की जांच पड़ताल की. अध्यक्ष ने बताया कि घटना की सूचना मिलते ही घटनास्थल पर पहुंचकर जांच पड़ताल की. फिलहाल घटना का कारण स्पष्ट नहीं हुआ है,
हालाकी इस गोलीबारी की घटना में पुलिस ने पीड़ित के बयान पर फतेहा गांव निवासी अलखदेव सिंह के पुत्र विनोद सिंह और इसी गांव के रामजन्म सिंह के पुत्र विकास सिंह पर आरोप लगा है. जिसके उपरांत फतेहा गांव निवासी विनोद सिंह को पुलिस ने गिरफ्तार कर लिया है. विनोद सिंह जेडीयू पार्टी के नेता हैं.
हालाकि पुलिस ने इनके पास से पिस्टल और कारतूस बरामद किया है. लेकिन घटना का कारण स्पष्ट नहीं हो पा रहा है, लेकिन विश्वसनीय सूत्रों से यह जानकारी मिली है कि आने वाले पैक्स चुनाव की राजनीति में बिनोद सिंह को भी दिलचस्पी है और यह घटना भी उसी की एक कड़ी है. फिलहाल फेसर थाने की पुलिस पूरे मामले की जांच में जुटी हुई है.
रिपोर्ट- दीनानाथ मौआर