नवादा. रिटायर्ड दारोगा की बेटी ने जज बनकर जिले को गौरवान्वित की है। जिससे पूरे जिले में खुशी की लहर है। वहीं बधाई देने वालों का तांता लगा हुआ है। यह पहली बार है, जब जिले की बेटी जज बनकर जिले का नाम रोशन की है।
बता दें कि नवादा शहर के पोस्टमार्टम रोड निवासी एससी-एसटी थाना से थानाध्यक्ष के पद से रिटायर्ड दरोगा दिनकर दयाल एवं रिटायर्ड शिक्षिका घनश्यामा देवी की तृतीय सुपुत्री अरुणिमा ने मेहनत की बदौलत यह मुकाम हासिल की है। पिता दिनकर दयाल ने बताया कि अरुणिमा शुरू से ही पढ़ाई में मेधावी थी। मैट्रिक की परीक्षा राजकीय कन्या इंटर विद्यालय नवादा से पास की और इंटर एवं स्नातक की पढ़ाई आरएमडब्ल्यू कॉलेज से पूरी की। उसके बाद विधि महाविद्यालय नवादा से लॉ की पढ़ाई पूरी करने के बाद जज की तैयारी करने के लिए दिल्ली चली गई।
परीक्षा में दो बार असफलता मिलने के बाद भी हिम्मत नहीं हारी और मेहनत से पढ़ाई में लग गई, जिसका परिणाम आज हम लोगों के सामने हैं। उन्होंने बताया कि मेरा सपना था कि बेटी न्यायिक पदाधिकारी बने। आज वह सपना पूरा हो गया है। उन्होंने बताया कि मेरा 4 पुत्र और 2 पुत्र है। बड़ी वाली पुत्री चंद्रप्रभा कार्यक्रम पदाधिकारी के पद पर पटना में पोस्टेड है। वहीं दूसरी पुत्री शशिप्रभा बैंक पीओ के पद पर कार्यरत है और तीसरी बेटी सिविल जज बनकर परिवार का नाम रोशन की है। वहीं दोनों पुत्र अभी नौकरी की तैयारी में लगा है।