MOTIHARI : अपनी कारगुजारियों के कारण मोतिहारी का शिक्षा विभाग हमेशा चर्चा में रहता है। यहां नैनिहालो के निवाला का काला खेल लगातार जारी है ।कभी फर्जी ठीकेदार बनकर लाखो के एमडीएम का चावल कालाबजारी कर देता है तो कभी रात्रि 9 बजे स्कूल में एमडीएम का चावल गिराने का काला खेल चलता है । जिला के पताही प्रखंड पहले फर्जी ठेकेदार बनकर लाखों का चावल गबन करने को लेकर सुर्खियों में रहा । अब एक बार फिर यहां एमडीएम को लेकर नया मामला सामने आ गया है। जिसके बाद विभाग के काम पर सवाल उठने लगे हैं।
रात के अंधेरे में स्कूल में उतारे गए चावल
जिले में सोशल मीडिया पर एक वीडियो वायरल हो रहा है। जो कि बताया जा रहा है कि पताही के बालक विद्यालय का बताया गया है। इस वीडियो में गोदाम के डिलेवरी बॉय द्वारा 9 बजे रात्रि में पताही बालक विद्यालय में एमडीएम का चावल गिराया जा रहा है ।वीडियो वायरल होने के बाद अनुमंडल प्रशासन ने त्वरित स्कूल में चावल गिराने पर रोक लगा दिया गया ।लेकिन रात्रि 9 बजे स्कूल में एमडीएम का चावल वीडियो वाइरल होने पर लोग यह कहते नही थक रहे कि जब स्कूल 4 बजे बंद हो जाता है तो रात्रि 9 बजे चावल पहुंचने का क्या मतलब है।
दो बजे के बाद गोदाम से नहीं उठा सकते चावल
बताया गया कि गोदामों से एमडीएम के चावल उठाने के लिए समय निर्धारित है, जो दोपहर दो बजे तक ही होता है और स्कूल बंद होने से पहले उसकी डिलवरी करनी होती है, तो आखिर रात के नौ बजे क्यों स्कूल में चावल उतारा जा रहा था। वह भी चावल का वजन करने के लिए भी कोई व्यवस्था नहीं थी।
गाड़ी खराब होने का बनाया बहाना
रात के अंधेरे में स्कूल में चावल उतारने को लेकर जब गोदाम प्रबंधक संजय कुमार से पूछा गया तो उनका कहना था कि गोदाम से 3 बजे के आसपास संवेदक के द्वारा एमडीएम के चावल का उठाव किया गया ।डिलेवरी बॉय द्वारा ग्रुप पर गाड़ी खराब होने की बात की सूचना दी गई थी। इसी कारण विद्यालय में लेट से गाड़ी पहुचा। वहीं डिलेवरी बॉय अनिल कुमार ने बताया कि 24 विद्यालय के एमडीएम का चावल उठाव किया गया था।चावल उठाव की सूचना एमडीएम प्रभारी को दिया गया था । एमडीएम प्रभारी द्वारा स्कूल के एचएम को सूचना देने की बात कही गयी थी । स्कूल में चावल वितरण में लेट होने के कारण पताही बालक में 7 बजे रात्रि में पहुंचे थे । उसने बताया कि गाड़ी पर वजन मशीन नहीं रहता है । बिना वजन के ही स्कूल को दिया जाता है ।
पहले भी हुआ है ऐसा
प्रखंड एमडीएम प्रभारी रामभरोस साथी ने बताया कि इसके पूर्व भी डिलेवरी बॉय द्वारा देर शाम तक स्कूल में चावल का वितरण किया गया था।जिसको लेकर पूर्व में ही समय से चावल उठाव व वितरण का निर्देश दिया गया था । पताही बालक विद्यालय में 8 बजे रात्रि में एमडीएम चावल पहुचने की सूचना मिलते ही इसकी सूचना जिला व अनुमंडल पदादिकारी को देते हुए गाड़ी उसी स्थल पर लगाने का निर्देश डिलेवरी बाय को दिया गया। कई विद्यालय में चावल नहीं रहने के कारण एमडीएम बंद होने के कारण त्वरित वितरण करने की बात कही गयी थी ।
फर्जी ठेकेदार के मामले में नहीं हुई कार्रवाई
पताही प्रखंड में एमडीएम को लेकर यह पहला मामला नहीं है। इससे पहले फर्जी ठेकेदार बनकर लाखो का चावल गबन करने को लेकर सुर्खियों में रहा ।जब फर्जी ठ्केदार,गोदाम प्रबंधन,एमडीएम प्रभारी की कारगुजारी मीडिया में आयी तो आनन फानन में डीईओ द्वारा जांच कर मात्र 225 किविंटल चावल गबन का प्राथमिकी दर्ज कराया गया । वहीं फरवरी मार्च महीने सूखा राशन वितरण में जिले के अधिकांश प्रखंड में कागज पर ही एमडीएम का चावल वितरण कर गबन कर लिया गया । मामला सुर्खियों में आने के बाद जिला एमडीएम प्रभारी सह डीईओ द्वारा तीन प्रखण्ड का जांच कराया गया लेकिन प्रभार बदलने के खेल में आजतक कार्रवाई नही की। आखिर कार्रवाई होती तो भी कैसे जब जिला के डीईओ के ही प्रभार में इतना बड़ा गबन का खेल हुआ।
सूत्रों की माने तो जिला के सभी प्रखंडो के एमडीएम के जांच के लिए डीएम द्वारा बीडीओ व सीओ को निर्देशित किया गया था ।लेकिन आजतक डीएम के आदेश का कोई असर देखने को नही मिला ।