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नियोजित शिक्षकों को नए साल में BPSC से पास शिक्षकों से भी प्रति माह ज्यादा वेतन मिलेगा, फिटमेंट मैट्रिक्स के हिसाब से सब कुछ तय होगा..जानिए

नियोजित शिक्षकों को नए साल में BPSC से पास शिक्षकों से भी प्रति माह ज्यादा वेतन मिलेगा, फिटमेंट मैट्रिक्स के हिसाब से सब कुछ तय होगा..जानिए

PATNA- बिहार में नियोजित शिक्षकों को राज्‍य कर्मी का दर्जा दे दिया गया, जिससे लगभग चार लाख शिक्षकों में खुशी का माहौल है.  राज्‍यकर्मी का दर्जा मिलने के बाद इन शिक्षकों के वेतन का स्टकचर भी बदल जाएगा. नियोजित शिक्षकों के राज्यकर्मी बनते हीं  सैलरी समेत कई सुविधाएं उन्‍हें मिलने लगेंगी.कैबिनेट से बिहार विद्यालय विशिष्ट शिक्षक नियमावली, 2023 पारित होने के बाद अब सक्षमता परीक्षा की तैयारी शुरू कर दी गई है. बिहार सरकार ने राज्य कर्मी बनने वाले नियोजित शिक्षकों के लिए फिटमेंट मैट्रिक्स टेबल स्पष्ट रूप से दिया है.  इसी मैट्रिक्स टेबल के हिसाब से उन्हें वेतनमान मिलेगा.

राज्य सरकार की ओर से जारी ज्ञापन संख्या 11, नियमावली 01-02/2023 में स्पष्ट रूप से वेतन की चर्चा की गई है. उसमें नियोजित शिक्षकों की कैटेगरी को निर्धारित किया गया है. इसके फिटमेंट मैट्रिक्स टेबल के अनुसार नियोजित शिक्षकों का वेतन बीपीएससी से बहाल शिक्षकों से काफी ज्यादा होगा. राज्य सरकार ने कैटेगरी के हिसाब से ये व्यवस्था कर दी है जिसमें राज्य कर्मी बनने वाले नियोजित शिक्षकों की बेसिक सैलरी ज्यादा है. उसके बाद उसमें महंगाई भत्ता, मेडिकल उसके अलावा आवासीय भत्ता और पेंशन फंड की रकम अलग से शामिल है. उस हिसाब से देखें, तो राज्यकर्मी बनने वाले शिक्षकों के वेतन में ज्यादा बढ़ोतरी दिख रही है. बिहार सरकार की ओर से जारी पत्र के प्वाइंट-8 में वेतन की चर्चा की गई है. जिसमें साफ दर्ज है कि उनका वेतन फिटमेंट मैट्रिक्स के अनुसार देय होगा. अन्य भत्ते राज्य सरकार की प्रचलित दरों के अनुसार महंगाई भत्ता, मकान किराया भत्ता, चिकित्सा भत्ता और शहरी परिवहन भत्ता दिए जाएंगे. 

बिहार में राज्‍य कर्मचारी का दर्जा मिलने के बाद शिक्षकों का मूल वेतन बदल जाएगा. कक्षा एक से पांचवीं तक के शिक्षकों को 25 हजार मूल वेतन मिलेगा. बता दें कि बीपीएससी से बहाल 1 से पांचवीं कक्षा तक के शिक्षकों का मूल वेतन 25 हजार ही मिलता है. उसी आधार पर नियोजित शिक्षकों को भी मूल वेतन दिया जाएगा. इतना ही नहीं इसमें 42 प्रतिशत डीए भी मिलेगा जो लगभग 10 हजार 500 होगी, इसके अलावा राज्‍य कर्मचारी बने शिक्षकों को आवासीय भत्‍ता 8 फीसदी दिया जाएगा, जो मूल वेतन के हिसाब से 2 हजार रुपये होगा. इस वेतन में सीटीए भी जोड़ा जाएगा, जो लगभग 2 हजार रुपये तक होगा. मेडिकल फंड के लिए एक हजार रुपये और पेंशन फंड के लिए लगभग 3 हजार 500 रुपये दिए जाएंगे. इस तरह एक से पांचवीं तक के नियोजित शिक्षकों का कुल वेतन 44 हजार 130 रुपये होगा जिसमें कटौती के बाद लगभग 40 हजार तक वेतन के रूप में मिलेंगे.  

बिहार में 9वीं और 10वीं के शिक्षकों का मूल वेतन 31 हजार रुपये होगा, इसमें महंगाई भत्‍ते के रूप में लगभग 13 हजार रुपये तक होगा. इसके अलावा आवासीय भत्‍ता 2 हजार 480 रुपये तक का दिया जाएगा. सीटीए के रूप में 2 हजार रुपये मिलेंगे. मेडिकल फंड के रूप में एक हजार रुपये और पेंशन फंड में 4 हजार 330 रुपये जमा होंगे. अगर सबकुछ जोड दें तो पूरा वेतन लगभग 53 हजार होगा जिसमें से कई मद में कटौती के बाद 49 हजार 630 रुपये मिलेंगे. इसी तरह राज्‍यकर्मी का दर्जा हासिल होने के बाद कक्षा 11 और 12 के नियोजित शिक्षकों का मूल वेतन लगभग 32 हजार रुपये होगा. इसके अलावा महंगाई भत्‍ता लगभग 13 हजार रुपये होगा. साथ ही आवासीय भत्‍ता के रूप में दो हजार रुपये का भुगतान होगा. सीटीए दूसरे शिक्षकों की तरह ही रहेगा. मेडिकल फंड में एक हजार रुपये होंगे. इस तरह सबकुछ कांट छांट करने के बाद शिक्षकों के खाते में सैलरी के रूप में 51 हजार 1130 रुपये मिलेंगे. 

यहीं नहीं शिक्षकों की पोस्टिंग जिस शहर और पंचायत में हुई है. छोटे और बड़े शहर के हिसाब से उनके आवासीय भत्ता का निर्धारण होगा. इसलिए कोई शिक्षक आवासीय भत्ता में मिलने वाली राशि को जोड़कर अपने हाथ में आने वाले वेतन का पता लगा सकता है. राष्ट्रीय पेंशन स्कीम में शिक्षकों से 10 फीसदी की राशि ली जा रही है. वे उनके वेतन से काटी जाएगी। बाकी सुविधाओं का लाभ भी उन्हें बिहार विद्यालय विशिष्ट शिक्षा नियमावली में वर्णित प्रावधानों के हिसाब से मिलेगा. 

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