DESK : राष्ट्रमंडल खेलों में भारतीय टीम का स्वर्णिम सफर जारी है। जहां रेसलिंग में भारत ने पदकों की झड़ी लगा दी है, वहीं दूसरी तरफ गेम्स में पहली बार शामिल किए गए महिला क्रिकेट में भारतीय खिलाड़ियों ने साबित किया कि क्यों उन्हें दुनिया की सबसे मजबूत टीमों में माना जाता है। गेम्स शुरू होने से पहले भारतीय महिला क्रिकेट टीम को पदक का दावेदार बताया जा रहा था। अब यह उम्मीदें पूरी होती नजर आ रही है। ऐसा इसलिए क्योंकि भारतीय महिला क्रिकेट टीम ने राष्ट्रमंडल खेल में फाइनल में अपनी जगह पक्की कर ली है। फाइनल में भारत का मुकाबला ऑस्ट्रेलिया से होगा।
सेमीफाइनल में इंग्लैंड को हराया
भारत ने सेमीफाइनल मुकाबले में इंग्लैंड को 4 रन से हराकर फाइनल में प्रवेश कर लिया है। टीम इंडिया ने टॉस जीतकर पहले बैटिंग करते हुए 20 ओवर में 5 विकेट खोकर 160 रन बनाए। स्मृति मंधाना ने 32 गेंदों पर 61 रन की पारी खेली। जेमाइमा रोड्रिगेज ने 31 गेंदों पर 44 रन बनाए। जवाब में इंग्लैंड की टीम 20 ओवर में 6 विकेट खोकर 160 रन ही बना सकी। कप्तान नैट शिवर ने सबसे ज्यादा 41 रन बनाए। भारत की ओर से स्नेह राणा ने सर्वाधिक 2 विकेट लिए।
पहले विकेट के लिए तूफानी साझेदारी
मंधाना और शेफाली ने भारतीय टीम को तेज शुरुआत दी। दोनों ने पहले विकेट की साझेदारी में 7.5 ओवर में 76 रन जोड़े। फ्रेया कैंप ने शेफाली का विकेट लिया। मंधाना को नताली स्किवर ने पवेलियन की राह दिखाई। इसके बाद भारतीय पारी कुछ धीमी हो गई। भारत के 100 रन 13 ओवर में पूरे हुए। कप्तान हरमनप्रीत कौर 20 गेंद पर 20 रन बनाकर आउट हुईं। जेमाइमा शुरुआत में धीमी खेलीं लेकिन बाद में उन्होंने रफ्तार बढ़ाने में सफलता हासिल की। दीप्ति शर्मा ने 20 गेंद पर 22 रन बनाए।
17 ओवर तक इंग्लैंड की टीम थी जीत की दावेदार
इंग्लैंड ने 17 ओवर में तीन विकेट खोकर 135 रन बना लिए थे। मेजबान टीम को आखिरी तीन ओवर में 30 रन की जरूरत थी और दो सेट बैटर कप्तान नैट शिवर और एमी जोंस क्रीज पर थीं। यहां से भारतीय गेंदबाजों ने पासा पलट दिया। स्नेह राणा ने 18वें ओवर में सिर्फ 3 रन दिए और जोंस का विकेट भी ले लिया। आखिरी दो ओवर में इंग्लैंड को 27 गेंदों की जरूरत थी। पूजा वस्त्रकार ने 19वें ओवर में 13 दिए। आखिरी ओवर में इंग्लैंड को जीत के लिए 14 और टाई के लिए 13 रन की जरूरत थी लेकिन 9 रन ही बन पाए।