नई दिल्ली. उत्तर प्रदेश में समाजवादी पार्टी नेताओं के यहां आयकर विभाग के छापे को समाजवादी पार्टी ने राजनीति से प्रेरित करार दिया है. सपा नेता का कहना है कि देर रात तक चली छापेमारी में आयकर टीम को मात्र साढ़े 17 हजार रुपये ही मिले. यह दर्शाता है कि कार्रवाई राजनीति से प्रेरित है.
सपा नेता राजीव राय की ओर से कहा गया है कि उन्हें और उनके दल के अन्य नेताओं को जानबूझकर परेशान करने के लिए छापेमारी की गई. यहाँ तक कि उन्हें इस दौरान देर रात तक नजरबंद भी रखा गया. आयकर की टीम ने बिना उचित कारण के छापेमारी की और अब उनके हाथ कुछ खास नहीं लगा है.
राजीव राय के मऊ स्थित आवास से आयकर विभाग की टीम करीब 15 घंटे बाद रात 12 बजे लौटी. सपा नेता ने दावा किया कि छापे के बाद टीम को केवल साढ़े 17 हजार रुपये ही मिले. उनकी ओर से कहा गया कि आयकर के अधिकारियों ने वित्तीय लेनदेन, डिजिटल लेनदेन, बैंकिंग दस्तावेज, गहने, शेयर में निवेश आदि की जांच की. राजीव राय के कंप्यूटर का हार्ड डिस्क भी कब्जे में ले लिया और उनके मोबाइल को क्लोन करने की बात सामने आ रही है.
आयकर की टीम ने तीन अलग अलग सपा नेताओं के यहाँ छापेमारी की है. उनके यहाँ आय से अधिक सम्पत्ति से संबंधित क्या क्या सामान बरामद हुआ है इस पर आयकर की ओर से कुछ नहीं कहा गया है.