नई दिल्ली। बजट सत्र के दौरान रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह ने देश को जानकारी दी थी कि चीन के साथ समझौता हो गया है और इस समझौते के तहत चीनी सेना वापस लौटने लगी है। अब भाजपा के इस घोषणा को लेकर राज्यसभा सांसद सुब्रमण्यन स्वामी ने सवाल खड़े कर दिए हैं। सुब्रमण्यन स्वामी ने विदेश मंत्रालय के पुराने बयान का हवाला देते हुए पूछा है कि जब चीन की पीपुल्स लिबरेशन आर्मी भारत की सीमा में आई ही नहीं थी तो फिर अब वापसी की बात कैसे की जा रही है। राज्यसभा सांसद के इन सवालों के बाद अब केंद्र सरकार की मुश्किलें बढ़ती नजर आ रही है।
सुब्रमण्यन स्वामी ने ट्वीट किया है, 'पहले को हल किया जाना चाहिए। पहले विदेश मंत्रालय ने कहा था कि चीनी सेना कभी एलएसी पार करके भारतीय क्षेत्र में नहीं आई थी। अब उसका कहना है कि यह सरकार की बड़ी कूटनीतिक और सैन्य जीत है। चीनी सेना ने भारतीय इलाके से वापसी शुरू कर दी है। क्या दोनों बातें शुरू हो सकती हैं?'
Puzzle to be solved. MEA states: Chinese PLA never entered, across LAC, into Indian territory. But MEA now states: great diplomatic military success of Government--Chinese PLA has started to withdraw from Indian territory. Can both be true?
— Subramanian Swamy (@Swamy39) February 17, 2021
इससे पहले 15 फरवरी को भी सुब्रमण्यन स्वामी ने पैंगोंग लेक पर तनाव खत्म करने को लेकर हुए करार से जुड़ी खबर शेयर करते हुए टिप्पणी की थी। सुब्रमण्यन स्वामी ने लिखा था कि भारत और चीन ने अप्रैल 2020 से पहले की स्थिति में वापस आने पर सहमति जताई है। इसके साथ ही उन्होंने लिखा था, 'यह नोट करने की बात है कि देपसांग पर अब भी कोई फैसला नहीं हुआ है, जबकि पैंगोंग लेक पर हम अपनी स्थिति से पीछे हटे हैं।'
सुब्रमण्यन स्वामी की टिप्पणी इसलिए भी अहम थी क्योंकि कांग्रेस लीडर राहुल गांधी ने भी ऐसा ही आरोप सरकार पर लगाते हुए कहा था कि उसने पैंगोंग लेक में खुद पीछे हटने का फैसला लिया है।