जदयू ने सेना भर्ती पर फिर उठाया सवाल, रक्षा मंत्रालय से पूछा- आरक्षण नहीं तो जाति प्रमाण पत्र की जरूरत क्यों?

पटना. जदयू ने एक बार फिर सेना भर्ती को लेकर केंद्र सरकार पर सवाल उठाया है। केंद्रीय रक्षा मंत्रालय से पूछा कि जब सेना भर्ती में आरक्षण है ही नहीं तो फिर जाति प्रमाण पत्र की जरूरत क्यों है? दरअसल केंद्र सरकार ने अग्निपथ योजना के तहत सेना भर्ती का आवेदन मांगा है। इसमें जातिप्रमण पत्र और धार्मिक प्राणपत्र मांगा है। इसको लेकर जदयू नेता उपेंद्र कुशवाहा ने केंद्र सरकार से सवाल किया है।
जदयू संसदीय बोर्ड के अध्यक्ष उपेंद्र कुशवाहा ने अपने ट्विटर पर सेनाभर्ती के आवेदन पत्र को शेयर करते हुए कहा है कि, ' केंद्रीय रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह जी, सेना की बहाली में जाति प्रमाण पत्र की क्या जरूरत है, जब इसमें आरक्षण का कोई प्रावधान ही नहीं है। संबंधित विभाग के अधिकारियों को स्पष्टीकरण देना चाहिए।'
बता दें कि केंद्र सरकार ने बीते महीने थल सेना, नौसेना और वायुसेना में सैनिकों की भर्ती के लिए एक नई ‘अग्निपथ योजना' बनायी है। इसको लेकर पूरे देश में काफी विवाद हुआ था। इस योजना में सैनिकों की भर्ती चार सालों के लिए होगी। इन सैनिकों को ‘अग्निवीर' कहा गया है। इसमें केवल 25 प्रतिशत अग्निवीरों को ही स्थायी नौकरी मिलेगी, जबकि बाकियों को एक तय राशि के साथ वापस घर आना पड़ेगा।