PATNA: मुख्यमंत्री नीतीश कुमार और उपेन्द्र कुशवाहा के बीच विवाद काफी बढ़ गया है. मुख्यमंत्री ने तो आज इशारा कर दिया कि वे जेडीयू से बाहर निकल जायें. जेडीयू के अंदर कुशवाहा को अलग-थलग करने की प्लानिंग कई हफ्ता पहले कर ली गई थी. कुशवाहा को अकेला करने के लिए जेडीयू नेतृत्व जुटा है. इनके अगल-बगल वाले लोगों को अलग करने की कोशिश जारी है. इसी कड़ी में उपेन्द्र कुशवाहा के खासम खास धीरज सिंह कुशवाहा ने साथ छोड़ दिया है। बजाप्ता पत्र लिखकर जेडीयू के प्रदेश सचिव ने बता दिया है कि महात्मा फूले समता परिषद के साथ वे नहीं रह सकते. बता दें, उपेन्द्र कुशवाहा इस सामाजिक संगठन के संरक्षक हैं. 2 फऱवरी को इस संगठन के बैनर तले सभी जिला मुख्यालयों में कार्यक्रम होना है. इसके पहले ही धीरज कुशवाहा ने बड़ा झटका दे दिया है.
धीरज सिंह कुशवाहा ने साथ छोड़ा
उपेन्द्र कुशवाहा के सबसे नजदीकी धीरज सिंह कुशवाहा ने उपेन्द्र कुशवाहा का साथ छोड़ दिया है। उन्होंने महात्मा फूले समता परिषद से इस्तीफा दे दिया है. पत्र लिखकर इसके बारे में जानकारी भी दे दी है। धीरज कुशवाहा ने उपेन्द्र कुशवाहा को लिखे पत्र में कहा है कि मैं महात्मा फूले समता परिषद का महासचिव सह मुख्य प्रवक्ता के साथ-साथ जदयू के मुख्य संगठन में प्रदेश सचिव हूं। एक साथ दो संगठन में काम करना संभव नहीं हो पा रहा है। साथ ही आम जनता और समाज के बीच भी भ्रामक स्थिति बनी रहती है। ऐसी स्थिति में किसी भी संगठन में मैं अपना शत प्रतिशत योगदान नहीं दे पा रहा हूं। धीरज कुशवाहा ने आगे लिखा है कि बहुत सोच विचार करने के बाद मैं महात्मा फुले समता परिषद के सभी पदो एवं जिम्मेदारियों से तत्काल प्रभाव से इस्तीफा दे रहा हूं।
मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने बुधवार को इशारों में कहा कि जदयू नेता उपेंद्र कुशवाहा खुद ही भाजपा के सम्पर्क में जाना चाहते हैं, जिस कारण वे जदयू नेताओं को लेकर अनर्गल बयानबाजी कर रहे हैं. नीतीश से जब पूछा गया कि उपेंद्र कुशवाहा कह रहे हैं कि आपकी पार्टी कमजोर हुई है. कई जदयू नेता भाजपा के सम्पर्क में हैं. इस पर नीतीश ने कहा कि जो लोग खुद भाजपा के सम्पर्क में हैं वही ऐसे बातें करते हैं. सीएम नीतीश ने कहा कि जो लोग कहते हैं कि पार्टी कमजोर हुई है उन्हें कहें कि खूब खुशी मनाएं. हमारी पार्टी कहां कमजोर हुई है. पहले की तुलना में हमारी सदस्यता दोगुनी हो गई है. पहले बिहार में जदयू सदस्यों की संख्या 43 से 44 लाख थी. अब सदस्यों की संख्या बढ़कर 75 लाख हो गई है. लेकिन कुछ लोग कुछ बोलते रहते हैं. ऐसे लोग फालतू का प्रचार करते हैं. भाजपा के सम्पर्क में जदयू के कई नेताओं के होने के सवाल पर कहा कि जो लोग संपर्क में है उनका नाम दीजिए. उन्होंने भाजपा और उपेंद्र कुशवाहा का नाम लिए बिना कहा कि जो खुद संपर्क में जाना चाहते हैं वही ऐसी बातें करते हैं.