पटना: बिहार विधानसभा में नेता प्रतिपक्ष तेजस्वी यादव ने ट्वीट कर नीतीश कुमार सरकार पर निशाना साधते हुए लिखा था कि -डेढ़-दो महीने पहले तक आदरणीय नीतीश जी, प्रधानमंत्री मोदी और अमित शाह जी को तू-तड़ाक व तुम-ताम करते हुए कहते थे कि ऊ लोग खाली झूठे प्रचार-प्रसार करता रहता है…ऊ सब कुछ किया है जी? ऊपर वालों ने यानि केंद्र सरकार ने सब मीडिया पर कब्जा कर लिया है.
तेजस्वी ने नौकरी का उठाया मुद्दा
तेजस्वी ने लिखा ता कि हम जब नीतीश जी के साथ थे तब वे बोलते थे कि नयी पीढ़ी के लोग साथ आ गए है तो सबको नौकरियां दे रहे है। तेजस्वी अच्छा काम कर रहा है, 𝟏𝟎 लाख नौकरी इसका वादा था, अब यही आगे सब देखेगा, यही भविष्य है। अब हम गलत हो गए और वो सब ठीक। नीतीश जी मेरे सम्मानित अभिभावक है लेकिन उनकी क्या परिस्थिति हो गई है अथवा चंद लोगों द्वारा कर दी गयी है कि उन्हें पैर छूना पड़ रहा है। हमें ही नहीं जदयू के भी 𝟗𝟗% लोगों को यह सब ठीक नहीं लग रहा है.
जदयू का पलटवार
इसको लेकर जेडीयू ने तेजस्वी पर पलटवार किया है.जेडीयू प्रवक्ता निखिल मंडल ने तेजस्वी के ट्वीट पर हमला बोलते हुए कहा, दो महीने पहले तक आदरणीय नीतीश जी के रहमों-करम पर आपको भी सरकार में 17 महीनों के लिए कॉंट्रैक्ट पर नौकरी दी गई थी। कॉंट्रैक्ट में लिखा था न्याय के साथ विकास पर आपने किया पैसे के साथ अपने परिवार का विकास। तो आपको नौकरी से निकाल दिया गया.
नौकरी देना हमारे मैनिफेस्टों में- निखिल
निखिल मंडल ने सोशल साइट पर लिखा है कि जहां तक नौकरी देने की बात है, ये हमारे मैनिफेस्टो में था। आपके कोटे के शिक्षा मंत्री जो रामचरितमानस को कूड़ा बताने के चक्कर में शिक्षा विभाग के कार्यालय भी नहीं जा रहे थे। नौकरी देना तो दूर की बात है.
निखिल का तेजस्वी को सलाह
निखिल ने तेजस्वी को सलाह देते हुए लिखा है कि -वैसे कहाँ आप जदयू की चिंता कर रहे है, आप अपनी जेब की चिंता कीजिए.. ज़मीन लिखवाइये और टिकट बेचिए, चुनाव तो आपके लिए कमाई का मौसम होता है।