RANCHI : झारखंड की राजधानी रांची के हाईकोर्ट में गुरुवार सुबह अजीब स्थिति उत्पन्न हो गई। जब यहां लगभग डेढ़ घंटे तक बिजली गुल रही। जिसके कारण कोर्ट में सुबह होनेवाले सभी जरुरी कामों पर ब्रेक लग गया। कोर्ट पहुंचे अधिवक्ता अपना काम भी शुरू नहीं कर पा रहे थे। वहीं हाईकोर्ट में बिजली कटने के मामले को जजों ने भी गंभीरता से लिया। हाईकोर्ट के एक्टिंग चीफ जस्टिस सुजीत नारायण प्रसाद की अध्यक्षता वाली खंडपीठ ने राज्य के मुख्य सचिव एवं ऊर्जा सचिव को तलब किया। जिसके बाद यह दोनों अधिकारी कोर्ट में हाजिर हुए। बताया गया कि सुबह 9:15 बजे से 11:00 बजे तक झारखंड हाई कोर्ट में तकनीकी गड़बड़ी के कारण बिजली बाधित हो गई थी। 11 बजे फिर से बिजली बहाल की गई।
अधिवक्ताओं से मिली जानकारी के अनुसार सुबह 9:15 बजे से 11:00 बजे तक झारखंड हाई कोर्ट में तकनीकी गड़बड़ी के कारण बिजली बाधित हो गई थी। अधिवक्ताओं ने बताया कि सुबह जब लोग हाईकोर्ट पहुंचे तो सारे अधिवक्ताओं के वर्किंग एरिया में अंधेरा छाया हुआ था। जिसके बाद उन्होंने बिजली न होने के पीछे की वजह पता कि तो उन्हें तकनीकी खराबी बताई गई।वह अपना काम भी शुरू नहीं कर पा रहे थे। 11 बजे फिर से बिजली बहाल की गई। इसके बाद कोर्ट की कार्रवाई शुरू हो सकी।
चीफ सेक्रेटरी और ऊर्जा सचिव की लग गई हाजिरी
हाईकोर्ट में बिजली नहीं रहने के इस मामले को अदालत ने गंभीरता से लिया। हाईकोर्ट के एक्टिंग चीफ जस्टिस सुजीत नारायण प्रसाद की अध्यक्षता वाली खंडपीठ ने राज्य के मुख्य सचिव एवं ऊर्जा सचिव को तलब किया। जिसके बाद यह दोनों अधिकारी कोर्ट में हाजिर हुए।
अदालत ने कोर्ट में बिजली व्यवस्था फेल होने पर नाराजगी जताते हुए दोनों अधिकारियों को मौखिक निर्देश दिए। खंडपीठ ने कहा कि ऐसी व्यवस्था सुनिश्चित करें कि हाईकोर्ट में बिजली में किसी तरह की तकनीकी या दूसरी परेशानी आती है तो बिजली व्यवस्था तुरंत बहाल की जा सके। इस पर मुख्य सचिव एल ख्यांगते और ऊर्जा सचिव ने कोर्ट को आश्वस्त किया कि हाईकोर्ट में बिजली के लिए वैकल्पिक व्यवस्था की व्यवस्था की जाएगी।