सासाराम। रोहतास के चुटिया थाना अंतर्गत बभनी टोला में 15 दिसंबर की रात हुई भोला महतो हत्याकांड का पुलिस ने खुलासा कर दिया है। मामले में दो सुपारी किलर को पुलिस ने गिरफ्तार किया है। जो महज ₹20 हज़ार रुपये के एंड्राइड मोबाइल फोन के लालच में इस तरह के काम करने को राजी हो गया था।
भतीजे की हत्या के लिए दी थी सुपारी
पुलिस ने भोला महतो हत्याकांड में खुलासा करते हुए बताया कि मृतक भोला महतो ही अपने भांजा अरुण महतो की भूमि विवाद में हत्या कराने के लिए दो सुपारी किलरो को 20 हजार रुपए की सुपारी दी थी। लेकिन भांजा अरुण महतो मजबूत कद-काठी का था जिस कारण दोनों सुपारी किलर अनिल तथा हरिनाथ उस पर हमला करने से कतराने लगे। उधर दोनों सुपारी किलर भोला महतो से हत्या के लिए 20 हज़ार में 5 हज़ार रुपये ले चुके थे। जब पैसे लेकर भी अरुण महतो की हत्या करने से सुपारी किलरो ने इंकार कर दिया, तो मृतक भोला महतो और सुपारी किलर में विवाद हो गया। इसी विवाद में दोनो सुपारी किलरो ने मिलकर सुपारी देने वाले भोला महतो की ही चाकू गोदकर हत्या कर दी।
मर्डर मिस्ट्री का खुलासा करते हुए डेहरी के एएसपी संजय कुमार ने बताया कि गिरफ्तार सुपारी किलर अनिल पासवान कर्मडीहा का रहने वाला है। जबकि दूसरा हरिनाम पासवान झारखंड के गढ़वा जिले के कांडी थाना के बरवाडी गांव का निवासी है। बता दें कि महज कुछ बीघा जमीन के विवाद में मामा ने भांजा के हत्या की साजिश रची थी। लेकिन सुपारी किलरो ने पैसे के लालच में मामा भोला महतो की ही हत्या कर दी चुकी। भोला महतो हत्याकांड का आरोप परिजनों ने जमीन विवाद के चलते भांजा अरुण महतो पर ही लगाया था। लेकिन मामले के उद्भेदन ने पूरे प्रकरण का पटाक्षेप कर दिया।