पटना: बिहार सरकार ने सुरक्षा का वर्गीकरण किया है. इस संबंध में गृह विभाग ने नेताओं की सुरक्षा कैटेगरी को लेकर डीजीपी को पत्र लिखा था. इसके तहत 6 नेताओं और विशिष्ट लोगों की सुरक्षा को वापस लिया गया है. जबकि राज्यपाल-मुख्यमंत्री सहित कुल 32 नेताओं की सुरक्षा श्रेणीकरण तय किए गए हैं.
इस सूचि में HAM के जीतन राम मांझी भी शामिल है. इसको लेकर जीतन राम मांझी ने सरकार पर हमला बोला है. जीतन राम मांझी ने अपने बयान में कहा कि 'मांझी की हत्या कराना चाहती है सरकार। पूर्व सीएम को Z+ सुरक्षा देने का कानून और किस कानून के तहत इस सुरक्षा को कम किया गया है. जीतन राम मांझी Z+ सुरक्षा नहीं मिलने से काफी नाराज़ है.
जिन नेताओं और विशिष्ट लोगों की सुरक्षा वापस लिए गए हैं उनमे रामनाथ कोविंद तत्कालीन राष्ट्रपति, दिवंगत होने की वजह से डीएन सहाय और मो. तस्लीमुद्दीन की सुरक्षा को विलोपित किया गया है. जबकि राज्यसभा सांसद प्रेमचंद गुप्ता की सुरक्षा भी वापस ली गई है. इनका घर बिहार में नहीं होने की वजह से सुरक्षा वापस ली गई है. जबकि अवनीश कुमार सिंह पूर्व विधायक की सुरक्षा को कोई विशिष्ट खतरे की सूचना नहीं होने की वजह से वापस ले ली गई है.