DESK. 'जो राम को लाए हैं, हम उनको लाएंगे'. उत्तर प्रदेश विधानसभा चुनावों के दौरान इस गाने को गाकर भाजपा के चुनाव प्रचार का हिस्सा रहे कन्हैया मित्तल अब कांग्रेस का हाथ थामेंगे. हरियाणा विधानसभा चुनाव में भाजपा से टिकट की आस लगाए कन्हैया मित्तल को पार्टी से बड़ा झटका लगा. इसके बाद भाजपा को झटका देते हुए कन्हैया ने कांग्रेस का हाथ थमने का मन बना लिया. कन्हैया मित्तल हरियाणा की पंचकूला सीट से बीजेपी से टिकट चाह रहे थे लेकिन बीजेपी ने यहां से पुराने नेता ज्ञानचंद को फिर से मैदान में उतारा है.
कन्हैया मित्तल अब इससे नाराज बताए जा रहे हैं. उन्होंने कांग्रेस के साथ जाने का मन बना लिया है. उन्होंने कहा, कांग्रेस से मेरा मन जुड़ा हुआ है. मेरी हरियाणा में काम करने की इच्छा है अगर बात बनती है हरियाणा में तो मैं कांग्रेस के साथ काम करना चाहूंगा. उन्होंने कहा, कांग्रेस के लिए हमेशा मेरे दिल में सॉफ्ट कॉर्नर रहा है. मेरे मन में कांग्रेस है. 'जो राम को लाए हैं, हम उनको लाएंगे' गाने को लेकर उन्होंने बीजेपी का जिक्र करते हुए कहा, बीजेपी ने भ्रम फैलाया के मैं उनके के लिए गाना गाता हूं.
उन्होंने भाजपा पर बरसते हुए कहा कि यह कहना कि कांग्रेस में राम विरोधी हैं यह पूरी तरह से झूठ है. उन्होंने कहा कि कांग्रेस के प्रति उनके मन में कभी भी दुर्भावना नहीं रही है. अब हरियाणा में कांग्रेस के साथ मिलकर काम करेंगे. दरअसल, कन्हैया ने 4 सितंबर को अपने सोशल मीडिया हैंडल एक्स पर कांग्रेस के दिग्गज नेता राहुल गांधी, विनेश फोगाट, बजरंग पूनिया की मुलाकात की एक तस्वीर शेयर की और लिखा, बहुत बहुत बधाई और धन्यवाद. अपने इस पोस्ट में उन्होंने राहुल गांधी को भी टैग किया था. तब से ही माना जा रहा था कि वे अब कांग्रेस में जायेंगे.
कन्हैया मित्तल चंडीगढ़ के रहने वाले हैं और यही से उन्होंने भजन और गायकी की दुनिया में अपनी एक पहचान बनाई है. 'जो राम को लाए हैं, हम उनको लाएंगे' गाने से उन्हें एक विशेष पहचान मिली. यहां तक कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ सहित कई भाजपा नेताओं ने कन्हैया के इस गाने की जमकर तारीफ की थी. लेकिन अब हरियाणा विधानसभा चुनाव के समय भाजपा ने कन्हैया का टिकट काट दिया तो वे कांग्रेस के सहारे ही सियासी नैया पार लगाने की तैयारी में हैं.