छपरा : बिहार में ऐसा लग रहा है कि बिहार में पुल-पुलिया गिरने का मौसम चल रहा है. लगभग रोज बिहार में पुल पुलिया एक-एक करके जल समाधि ले रहे हैं और इसी कड़ी में गुरुवार को तो हद हीं हो गई .आज यानी गुरुवार की सुबह सारण में एक और पुल ने जल समाधि ले ली है। ग्राम पंचायत राज सरेया बनियापुर सारण का पुल आज सुबह यानी गुरुवार की सुवह में गिर गया. मुखिया श्रवण महतो के फंड का पुल है।
सारण जिले से इस समय एक बड़ी खबर सामने आ रही है। जिले में पूल टूटने की घटनाएं रूकने का नाम नहीं ले रही है। विगत दो दिनों में तीसरा पूल टूटने की घटना सामने आ रही है। जिले में पूल टुटकर गिरने का ताजा मामला जिले के बनियापुर प्रखंड क्षेत्र के सरेया पंचायत से सामने आ रहा है जहां गुरुवार सुबह एक पुल टूटकर धाराशाई हो गया। विदित रहे कि सारण जिले में बुधवार को भी लहलहादपुर प्रखंड अंतर्गत जनता बाजार थाना क्षेत्र में दो पुल टुटकर धाराशाई हो गए थे। जिले में दो दिनों में तीन पुलों का टुटकर गिरना अपने आप में कई सवालों को जन्म दे रहा है। ज्ञात रहे कि इस समय सारण जिले में मानसून सक्रिय हैं जिससे सम्पूर्ण जिले में लगातार बरसात हो रही है एवं बरसात में लगातार पुलों का गिरना चिंता का सबब बना हुआ है।
बता दें बुधवार को दो जिलों सीवान और छपरा में एक ही दिन में पांच पुल ध्वस्त हो गए.सूबे में पुल टूटने की घटनाएं रूकने का नाम ही नहीं ले रही है. इसमें अब एक और नया नाम आज फिर सारण जिले का जुड़ गया है. बुधवार को सारण जिले में एक ही दिन दो पुल टूटकर धाराशाई हो गए. सारण जिले में दोनों पुल टूटने की घटनाएं जिले के जनता बाजार थाना क्षेत्र की है तो आज फिर एक पुल धारासाई हो गया है.
बुधवार को पहली घटना जहां जनता बाजार स्थित ढोढनाथ मंदिर के समीप की है. जहां मंदिर के समीप नदी पर बना एक पूल मंगलवार को टूटकर धाराशाई हो गया. वहीं दूसरी घटना भी जनता बाजार थाना क्षेत्र के सारण गांव की है.जहां भी बुधवार को एक पुल टुटकर धाराशाई हो गया. इस सिजन की पहली बरसात में ही जिले के जनता बाजार थाना क्षेत्र में एक ही दिन दो पूल का टुटना कई तरह के सवाल पैदा कर रहा था तभी आज एक पुल फिर गिर गया.
वहीँ सारण के पडोसी जिले सिवान में भी तीन पुलों ने 12 घंटे के अंदर जलसमाधि ले ली है. कुछ दिन पहले भी यहां पुल गंडक नदी में समा गया था. वहीं बुधवार को भी जिले के महाराजगंज अनुमंडल के पटेड़ा गांव स्थित देवरिया गांव न गंडक नदी पर बना पूल अचानक गिर गया. पुल गिरने के बाद स्थानीय लोगों में आक्रोश देखने को मिल रहा है. बुधवार को 35 से 40 वर्ष पुराना पुल धवस्त हो गया . दूसरा पुल महाराजगंज प्रखंड के तेवथा पंचायत में गिरा है. नौतन व सिकंदरपुर गांव के बीच बना पुल गिर गया. वहीं तीसरा पुल गंडक नदी पर धमई गांव में बना था वह भी टूट गया है.
बिहार के सीतामढ़ी के पुरन्दाहा राजबाड़ा से दलकावा नरकटिया इंदरवा आने वाले मुख्य सड़क में दुर्गा मंदिर के समीप अधवारा समूह के बांके नदी में बने पुल का बीच का पाया पानी के तेज बहाव के चलते गिर गया . वहीं अब बड़े वाहनों के चालक जान हथेली पर लेकर वाहन के साथ पुल पार कर रहे हैं.
लगातार पुल गिरने से सरकार के प्रति सवाल उठने लगा है. बता दें कि पिछले 13 दिनों में बिहार में 7 पुल क्षतिग्रस्त हुए हैं. 18 जून को अररिया में निर्माणाधीन पुल गिरा था. सिवान में 22 जून को पुल गिरने का मामला सामने आया. 23 जून को मोतिहारी में पुल गिरा. किशनगंज में 27 जून को पुल गिरने की घटना सामने आई. वहीं, अब 28 जून को मधुबनी में भी पुल गिरने की घटना सामने आई है. वहीं 30 जून को किशनगंज में ठाकुरगंज के पथरिया पंचायत स्थित खोशी डांगी गांव में स्थित एक पुल का पिलर ध्वस्त हो गया. जिसके बाद आज यानी 3 जुलाई को सिवान में एक और पुल नदी में समा गया तो वहीं सीतामढ़ी में पुल का पाया बह गया.
रिपोर्ट - शशि भूषण सिंह