पटना। किसान आंदोलन को लेकर कांग्रेस द्वारा लगातार भाजपा की नीतियों पर सवाल उठाए जा रहे हैं। जिसके बाद भाजपा की तरफ से भी पलटवार किया गया है। पार्टी के संस्थापक सदस्य और पूर्व राज्य सभा सदस्य आरके सिन्हा ने कहा है कि किसानों के हितों को लेकर कांग्रेस को बात करने का कोई अधिकार नहीं हैं। हम पर सवाल उठाने से पहले उन्हें अपने गिरेबान में झांककर देखना चाहिए। पिछले साठ सालों में उन्होंने किसानों के लिए कौन का काम किया है। उन्होंने किसानों की हालत कांग्रेस के शासन में ज्यादा खराब थी, उन्होंने किसानों के हित के लिए कभी कोई काम नहीं किया
आरके सिन्हा ने कहा कि किसान भाइयों को जरा यह सोचना चाहिए कि आखिरकार कांग्रेस ने या अन्य विरोधी दलों ने अपने-अपने राज्यों में जब उनका शासनकाल था, तो किसानों के हित के लिए क्या किया ? मैं तो 1966 से ही जनसंघ का कार्यकर्ता हूँ और 1967 के चुनावों में हमारा मुख्य नारा ही था ‘‘हर हाथ को काम, हर खेत को पानी, हर रोगी को दवाई और हर बच्चों को पढ़ाई।’’ किसानों के लिए हम तो शुरू से ही काम करते रहे हैं और संघर्ष करते रहे हैं । लेकिन, कांगेस नेता भी जरा यह बताये कि उन्होंने क्या किया ?
पूर्व सांसद ने कहा कि हमने तो छह वर्षों में एमएसपी के अन्तर्गत हरेक अन्न के दामों का एसएसपी जमकर बढ़ाया और बाजार मूल्य के करीब लाने के लिये बढ़ाया ही नहीं बल्कि छह वर्षों में पहले की सरकारें जो एमएसपी पर खरीद करती थीं, उसकी पचास गुणा ज्यादा खरीद किया। वे जरा यह बतायें कि उन्होंने क्या किया? देश की जनता को और किसानों को गुमराह करने का काम अब बंद करें। वो बतायें कि उन्होंने क्या किया। हम तो बता रहे हैं कि छह वर्षों में हमने क्या-क्या किया।