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शिक्षकों की 'छुट्टी' को लेकर KK पाठक हुए और सख्त...समय से पहले स्कूल से भागने वाले शिक्षकों पर पहरा...सभी DM को दिए कई निर्देश

शिक्षकों की 'छुट्टी' को लेकर KK पाठक हुए और सख्त...समय से पहले स्कूल से भागने वाले शिक्षकों पर पहरा...सभी DM को दिए कई निर्देश

PATNA:  शिक्षा विभाग के अपर मुख्य सचिव केके पाठक ने एक बार फिर से सभी जिलों के डीएम को पत्र लिखा है. केके पाठक ने स्कूलों के निरीक्षण को लेकर सभी जिलाधिकारियों को आवश्यक निर्देश दिए हैं. केके पाठक ने शिक्षकों की छुट्टी को लेकर और सख्ती बरतने का आदेश दिया है. साथ ही स्कूलों में निरीक्षण कभी भी हो,इसके लिए विशेष तौर पर जिलाधिकारियों को टास्क दिया गया है. 

केके पाठक का फरमान.. whats app पर भेजे आवेदन पर नहीं मिलेगी छुट्टी

जिलाधिकारियों को लिखे पत्र में केके पाठक ने कहा कि 01 जुलाई 2023 से विभागीय अनुश्रवण व्यवस्था की गई है. इसके काफी बेहतर परिणाम सामने आए हैं।शिक्षकों की उपस्थिति बढ़ी है और विद्यालय समय से खुल भी रहे हैं। इस व्यवस्था के तहत लगभग 40 हजार विद्यालयों का प्रतिदिन निरीक्षण हो रहा है . अनुपस्थित पाए गए शिक्षकों/अध्यापकों का वेतन काटा जा रहा है। कई प्रधानाध्यापकों पर भी कार्रवाई हुई है। लेकिन इस निरीक्षण में कई बातों का पता चला है. देखा जा रहा है कि अनुपस्थित शिक्षकों द्वारा whats app पर ही अपना अवकाश का आवेदन भेजा जाता है। यह स्वीकार्य नहीं है। उन्हें अपना अवकाश का आवेदन भौतिक रूप से विद्यालय पहुंचना चाहिए, ताकि निरीक्षी पदाधिकारी यह देख सकें कि आवेदन किस तारीख को दिया गया है और किस तारीख को स्वीकृत / अग्रसारित हुआ है। ऐसे में सभी जिला शिक्षा पदाधिकारी को सूचित करें कि किसी भी शिक्षक / अन्य कर्मी / पदाधिकारी का आवेदन whats app पर नहीं लिया करें। दूसरी बात यह कि हम प्रायः विद्यालय का निरीक्षण दिन में एक ही बार करते हैं । कुछ अनुशासनहीन शिक्षकों के बारे में यह पता चला है कि वह निरीक्षण होने के बाद समय से पहले 02.00 या 03.00 बजे के बीच ही विद्यालय से नदारत हो जाते हैं। ऐसे कुछ मामले पदाधिकारियों ने पकड़े भी हैं, जब ये शिक्षक / प्रधानाध्यापक जिस समय भाग रहे थे और उसी समय हमारी निरीक्षण टीम पहुंच गई। शिक्षकोंमें यह प्रवृत्ति इसलिए देखी जा रही है, क्योंकि वे जानते हैं कि विद्यालयों का निरीक्षण अमूमन दिन में एक ही बार होता है। यानि विद्यालय निरीक्षण का समय के बारे में सारे लोग समझ गए हैं. ऐसे में हमें अब inspection की predictability को देखना होगा .हमें इसे "unpredictable" बनाना होगा। ऐसा करने के लिए आपको निरीक्षण रोस्टर को सुधारना होगा और विद्यालयों को तीन श्रेणियों में रखना होगा.

KK पाठख ने कहा है कि श्रेणी क वाले स्कूलों में वैसे विद्यालय, जहां निरीक्षण पहली पाली में हो, वह निरीक्षण सुबह 9 से 12 बजे के बीच हो. श्रेणी-ख वाले में वैसे विद्यालय, जहां निरीक्षण दूसरी पाली यानि 02 बजे से 05 बजे के बीच में हो। श्रेणी ग- वैसे विद्यालय, जहां उपरोक्त दोनों पालियों में निरीक्षण हो. ऐसा करने से हम School Inspection की unpredictability को बढ़ा सकते हैं . शिक्षकों में यह संदेश चला जाना चाहिए कि हम उनके विद्यालय में कभी सुबह की पाली में या कभी दोपहर की पाली में या कभी दोनों पालियों में पहुंच सकते हैं। ऐसे में आपके विद्यालय के निरीक्षण के रोस्टर को random रखना होगा . साथ ही उसे गोपनीय रखना होगा, ताकि कोई शिक्षक यह अनुमान नहीं लगा सके कि उनके विद्यालय का निरीक्षण कब और किस समय होने वाला है। अब निरीक्षण रोस्टर मासिक न बनाकर, साप्ताहिक रूप से बनाया जाय.र जो विद्यालय पिछले सप्ताह श्रेणी-क में थे उसे श्रेणी-ख अथवा श्रेणी-ग में रखा जाय। इसी प्रकार रोस्टर को प्रत्येक सप्ताह randomise किया जाए। 


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