शिक्षा विभाग से हटाए जाएंगे केके पाठक! तानाशाही व्यवहार के खिलाफ बिहार के कई एमएलसी ने खोला मोर्चा, हो गई बैठक
पटना. शिक्षा विभाग के कई आदेशों को लेकर बिहार में शिक्षकों में नाराजगी बताई जा रही है. 16 मई से स्कूलों के खुलने का समय प्रातः 6 बजे किए जाने से शिक्षकों की नाराजगी और ज्यादा बढ़ गई है. शिक्षा विभाग के अपर मुख्य सचिव केके पाठक ने जब से पदभार संभाला है तब से लगातार शिक्षा विभाग चर्चा में बना हुआ है. विभाग के कई आदेशों का शिक्षकों से लेकर निर्वाचित जनप्रतिनिधियों द्वारा भी विरोध किया जा रहा है. इसी क्रम में एक बार फिर से बिहार के कई एमएलसी एक साथ आए हैं और केके पाठक को हटाने को लेकर बैठक किए जाने की बातें सामने आई हैं. कांग्रेस एमएलसी मदन मोहन झा के आवास पर तमाम एमएलसी की गुरुवार को बैठक हुई.
मदन मोहन झा ने इसे लेकर अपने सोशल मिडिया पर पोस्ट किया है. उन्होंने विभिन्न दलों के एमएलसी के साथ बैठक की तस्वीर पोस्ट की है. झा ने अपनी नाराजगी जताते हुए लिखा है, ‘सरकारी अधिकारी के तानाशाह व्यवहार के ख़िलाफ़ आज हम शिक्षक प्रतिनिधियो ने मेरे आवास पर बैठक की’. इसके पहले एक अन्य पोस्ट में उन्होंने लिखा, शिक्षा विभाग बिहार :- अंधेर नगरी चौपट राजा टके सेर भाजी टके सेर खाजा. न सिर्फ कांग्रेस और विपक्षी दलों के एमएलसी बल्कि एनडीए के घटक दलों के एमएलसी भी बैठक में मौजूद दिखे. सभी ने एक सुर में केके पाठक के आदेशों की आलोचना की. साथ ही उन्हें पद से हटाए जाने की भी मांग की.
शिक्षा विभाग के आदेशों से नाराज शिक्षकों ने अपनी समस्या को लेकर शिक्षक निर्वाचन क्षेत्रों से जीतने वाले एमएलसी तक बात पहुचाई थी. अब उसी मुद्दे पर कई एमएलसी एक साथ विभाग के फैसले के खिलाफ एकजुट हो गये हैं. उन्होंने मुख्यमंत्री नीतीश कुमार से केके पाठक को हटाने की मांग की है. साथ ही शिक्षकों की परेशानी और चुनौतियों को गंभीरता से लेने की मांग की है.