MUZFFARPUR : जिले के सरैया थाना क्षेत्र के मनिकपुर में एक मकान के बने सेंट्रिंग को खोलने के दौरान दम घुटने के कारण एक मजदूर की हालत खराब हो गई। जिसके बाद उसे आनन फानन में इलाज के लिए अस्पताल लाया गया। लेकिन यहां डॉक्टर नदारद रहा। इस दौरान मरीज की हालत ज्यादा खराब हो गई और आखिरकार उसने दम तोड़ दिया। मृतक की पहचान नागेश्वर राय के 20 वर्षीय पुत्र संतोष कुमार के रूप में हुई हैं।
मामले में बताया गया कि मृतक संतोष कुमार मानिकपुर निवासी हरिंद्र महतो के नए शौचालय टंकी का सेंट्रिंग खोलने के लिए गया हुआ था, इसी दौरान वहां जहरीले गैस के कारण उसका दम घुटने लगा। जिसके बाद उसे इलाज के लिए सरैया अस्पताल लाया गया। जहां न तो कोई डॉक्टर और न कोई दूसरा नर्सिंग स्टाफ नजर आया। इस दौरान लगभग एक घंटे तक मरीज बिना इलाज के ऐसे ही अस्पताल परिसर में पड़ा रहा और आखिरकार उसने दम तोड़ दिया।
अस्पताल पर उतरा परिजनों का गुस्सा
युवक की मौत के बाद अब परिजन अस्पताल प्रशासन के खिलाफ अपनी नाराजगी जाहिर कर रहे हैं। बड़ी संख्या में लोगों ने अस्पताल के बाहर सड़क जाम कर प्रदर्शन करना शुरू कर दिया है। उनका आरोप है कि अगर अस्पताल में सही समय पर इलाज की सुविधा मिल जाती तो मरीज की जान बचाई जा सकती थी। विरोध कर रहे ग्रामीणों ने प्रशासन से मांग की है कि अस्पताल से नदारद रहने वाले डॉक्टर और दूसरे नर्सिंग स्टाफ के खिलाफ कार्रवाई की जाए।