लखीमपुर खीरी मामला : मृतक के परिजनों से मिलने जा रहे पूर्व मुख्यमंत्री गिरफ्तार होने के बाद हुए रिहा, समाजवादियों ने किया हाईवे जाम

लखनऊ. लखीमपुर खीरी मामले में मृतक के परिजनों से मिलने जा रहे पूर्व मुख्यमंत्री अखिलेश यादव को लखनऊ में गिरफ्तार करने के बाद फिर रिहा कर दिया गया है. वहीं गिरफ्तारी से मुरादाबाद में सपा कार्यकर्ता भड़क गए. सपा नेता ने कहा कि पुलिस और सत्ता द्वारा विपक्षी नेताओं, किसानों अल्पसंख्यकों दलितों महिलाओं मजदूरों छोटे व्यापारियों का उत्पीड़न किया जा रहा है. लखीमपुर खीरी कांड इसका ताजा उदाहरण है. किसानों के पीड़ित परिजनों से मिलने जा रहे अखिलेश यादव को सरकार के इशारे पर पुलिस ने गिरफ्तार किया जो असंवैधानिक और दुर्भाग्यपूर्ण है.

वहीं सपा कार्यालय से तहसील तक हाईवे पर सपाइयों ने जुलूस निकालकर नारेबाजी की, हाईवे पर धरना दिया. इस दौरान सपा नेताओं ने एसडीएम को राज्यपाल के नाम ज्ञापन दिया. ज्ञापन में मांग की गई है कि लखीमपुर खीरी की घटना में सभी मृतक किसानों के परिजनों को सरकारी नौकरी और आर्थिक सहायता दी जाए. इसके अलावा ज्ञापन में यह भी मांग की गई है कि प्रदेश सरकार को तत्काल बर्खास्त कर राष्ट्रपति शासन लगाया जाए.

साथ ही सपा के ज्ञापन में मांग की गयी है कि लखीमपुर घटना के जिम्मेदार केंद्रीय गृह राज्य मंत्री एवं प्रदेश के उपमुख्यमंत्री केशव प्रसाद मौर्य को मंत्री पद से हटाने के साथ ही उन पर कानूनी कार्रवाई की जाए. किसानों की हत्या में नामजद मंत्री पुत्र समेत गिरफ़्तार कर उन पर रासुका लगाई जाए. केंद्र सरकार विवादित तीनों कृषि कानूनों को वापस ले और एमएसपी की गारंटी देने वाला कानून बनाकर दस माह पुराना किसानों का धरना खत्म कराये.