पटना : बिहार में इस बार विधानसभा चुनाव दरकते रिश्तों को चुनावी मुद्दा बनाया जा सकता है. लालू यादव के समधी चंद्रिका राय के जदयू ज्वाइन करते ही यह हल्ला तेज हो गया है कि उनकी बेटी और लालू परिवार की बहू ऐश्वर्या राय को चुनावी मैदान में उतारा जा सकता है. लेकिन इस बात भनक सियासत के हर नब्ज को समझने वाले लालू यादव को पहले से थी, यही वजह है कि लालू यादव ने भी ऐश्वर्या का काट पहले से ही खोज लिया है.
लालू ने पहले ही खोज लिया है काट
तेजप्रताप और ऐश्वर्या का मामला किसी से छिपा नहीं है. दोनों परिवारों की तल्खी खुलकर सबके सामने है. आरजेडी चीफ लालू यादव पहले से ही यह जानते थे कि रिश्तों की इस तल्खी को चुनाव में कैश करवाने की कोशिश की जाएगी. इसलिए लालू यादव ने तेजस्वी के जरिए ऐश्वर्या की बन करिश्मा को राजद खेमे में सेट कर दिया था.बीते दो जुलाई को तेजस्वी ने ऐश्वर्या की चचेरी बहन डॉ. करिश्मा को राजद में शामिल किया था. ऐसे में बहुत संभव है कि ऐश्वर्या राय के खिलाफ आरजेडी उनकी ही चचेरी बहन डॉ. करिश्मा राय मैदान में उतार दे. तब करिश्मा वहां चुनाव प्रचार के दौरान ऐश्वर्या को जवाब देने के लिए उपलब्ध रहेंगी.
तेजस्वी पर फोकस करना चाहता है jDU
जदयू को यह पता है कि पूरे चुनाव में तेजस्वी यादव ही राजद समेत महागठबंधन को लीड करेंगे. राजनीतिक जानकारो का कहना है कि जदयू और चंद्रिका राय की यह कोशिश होगी कि ऐश्वर्या को तेजस्वी के खिलाफ खड़ा किया जाए ताकि तेजस्वी को एक इलाके में चुनाव प्रचार पर ज्यादा फोकस करने पड़े. हालांकि ये राजनीतिक कयास हैं आने वाला वक्त बताएगा कि सियासी तरकस में रखे तीर का कब और कहां इस्तेमाल किया जाएगा.