पटना- लोकसभा चुनाव के पांचवें चरण में बिहार में 5 संसदीय सीटों पर मतदान शुरु हो गया है. वोटर्स की लंबी कतार मतदान शुरु होने से पहले हीं लग गई थी. वोटर्स में खासा उत्साह है. गर्मी भी अपना रौद्र रुप दिका रही है. ऐसे में बिहार की जिन पांच सीटों पर चुनाव हो रहे हैं वहां बेटे-बेटियों को अपने पिता की प्रतिष्ठा बचाने की बड़ी चुनौती है. इसमें लालू-राबड़ी, रामविलास पासवान, हुकुमदेव नारायण यादव, जय नारायण निषाद जैसे प्रत्याशी शामिल हैं. राजद सुप्रीमो लालू की लाडली रोहिणी आचार्य और रामविलास पासवान के पुत्र चिराग पासवान की चर्चा इस चरण के चुनाव में सबसे ज्यादा है.
हाजीपुर :लोकसभा सीट से रामविलास पासवान के बेटे चिराग पासवान मैदान में हैं. चिराग को एनडीए का समर्थन मिल रहा है. उनका मुकाबला राजद के शिवचरण राम से हो रहा है. हाजीपुर सीट रामविलास पासवान की परंपरागत सीट रही है. पूर्व केंद्रीय मंत्री और एलजेपी- लोक जनशक्ति पार्टी प्रमुख रामविलास पासवान यहां से 8 बार चुनाव जीतकर रिकॉर्ड बनाया था. 2019 में इस सीट से रामविलास के भाई पशुपति पारस सांसद बने. चिराग पासवान 2014 और 2019 के लोकसभा चुनाव में जमुई सीट से जीतकर सांसद बने थे. ऐसे में चिराग को अपने पिता की सीट को अपने नाम पर काबिज रखने की बड़ी चुनौती है. रामविलास पासवान की तर्ज पर चिराग को खुद को हाजीपुर में स्थापित करने में यह चुनाव बेहद अहम है. यहां सबेरे सात बजे से मतदान शुरु हो गया है. जनता ईवीएम का बटन दबा कर इनके भाग्य का फैसला कर रही है.
सारण : लोकसभा चुनाव के पांचवें चरण में यूं तो बिहार में कई दिग्गज नेताओं का भविष्य दांव पर है, लेकिन सारण ऐसी सीट है जहां दिलचस्प लड़ाई देखने को मिल रही है. सारण क्षेत्र से एनडीए की ओर से भारतीय जनता पार्टी ने जहां पूर्व केंद्रीय मंत्री राजीव प्रताप सिंह रूडी को चुनाव मैदान में उतारा है, वहीं महागठबंधन की ओर से राष्ट्रीय जनता दल के सुप्रीमो लालू प्रसाद यादव की बेटी रोहिणी आचार्य चुनावी अखाड़े में हैं.इस रोचक मुकाबले पर बिहार ही नहीं देश भर की निगाहें टिकी हैं.’सम्पूर्ण क्रांति’ के जनक जयप्रकाश नारायण की कर्मभूमि रहे सारण की राजनीति में लालू प्रसाद लंबे समय तक केंद्र बिंदु बने रहे. इस क्षेत्र का संसद में चार बार प्रतिनिधित्व करने वाले लालू परिवार के लिए यह परंपरागत सीट मानी जाती रही है. हालांकि बीजेपी के राजीव प्रताप रूडी भी यहां से चार बार सांसद चुने गए हैं. इस चुनाव में रूडी के सामने जहां इस सीट पर कब्जा बरकरार रखने की चुनौती है, वहीं रोहिणी आचार्य के सामने अपने पिता की पुरानी विरासत को पाने की चुनौती है. यहां सबेरे सात बजे से मतदान शुरु हो गया है. जनता ईवीएम का बटन दबा कर इनके भाग्य का फैसला कर रही है.
मधुबनी : पांच बार लोकसभा सदस्य हुकुमदेव नारायण यादव के बेटे अशोक यादव मधुबनी से लगातार दूसरी बार चुनाव मैदान में भाजपा के टिकट पर उतरे हैं. वे पिछले लोकसभा चुनाव में साढ़े चार लाख वोटों के अंतर से जीते थे. ऐसे में पिता की तरह की यहाँ खुद को दिग्गज राजनेता के तौर पर स्थापित करने में यह चुनाव अशोक यादव के लिए बेहद महत्वपूर्ण है. इस बार अशोक के मुकाबले राजद के अली अशरफ फातमी हैं जो खुद चार बार के सांसद रहे हैं. यहां सबेरे सात बजे से मतदान शुरु हो गया है. जनता ईवीएम का बटन दबा कर इनके भाग्य का फैसला कर रही है.
मुजफ्फरपुर : कैप्टन जय नारायण निषाद ने चार बार मुजफ्फरपुर का प्रतिनिधित्व किया. वहीं उनके बेटे अजय निषाद भी दो बार यहां से सांसद रहे. भाजपा से टिकट नहीं मिलने से नाराज अजय निषाद ने भाजपा छोड़कर कांग्रेस का हाथ थाम लिया है. यहां उनका मुकाबला भाजपा प्रत्याशी राज भूषण निषाद से है. पिछले चुनाव में राज भूषण वीआईपी उम्मीदवार थे और चार लाख से ज्यादा वोटों के अंतर से अजय निषाद ने हराया था. अजय निषाद को साबित करने की चुनौती है कि वे भी पिता जय नारायण निषाद की भांति ही अपने चेहरे पर चुनाव जीतते हैं. यहां सबेरे सात बजे से मतदान शुरु हो गया है. जनता ईवीएम का बटन दबा कर इनके भाग्य का फैसला कर रही है.
सीतामढ़ी: पांचवे चरण में सीतामढ़ी सीट पर भी वोट डाले जा रहे हैं. वैसे तो इस सीट पर 14 उम्मीदवार मैदान में हैं. लेकिन मुख्य मुकाबला राष्ट्रीय लोकतांत्रिक गठबंधन-एनडीए और इंडिया गठबंधन के बीच हो रहा है. जनता दल-यू के टिकट पर बिहार विधान परिषद के सभापति देवेश चंद्र ठाकुर मैदान में हैं. उनका मुकाबला आरजेडी के अर्जुन राय से है.यहां सबेरे सात बजे से मतदान शुरु हो गया है. जनता ईवीएम का बटन दबा कर अपना प्रतिनिधि चुन रही है.
बहरहाल अब 4 जून को पता चलेगा कि किसने अपनी पिता की विरासत को बचाने में सफलता पाई है. जीत का सेहरा किसके सिर पर सजा है. फिलहार बिहार के पांच सीटों के लिए वोटिंग जारी है.