पटना। बिहार राज्य मदरसा बोर्ड में अपने नाते रिश्तेदारों की नियुक्ति किए जाने को लेकर चेयरमैन अब्दूल क्यूम अंसारी विवादों में घिर गए हैं। मामले में खबर प्रकाशित होने के बाद उन्होंने एक दैनिक उर्दू समाचार पत्र के खिलाफ अपराध दर्ज कराया था। एफआईआर में एक नाम पूर्णिया के एक मदरसा के हेड मौलवी का नाम भी शामिल है, जिनका कहना है कि मदरसा बोर्ड चेयरमैन के खिलाफ लगाए गए सारे आरोप पूरी तरह से सही हैं। उन्होंने कहा अगर चेयरमैन सही है तो जांच से डर क्यों रहे हैं ।
दरअसल, बिहार राज्य मदरसा बोर्ड के चेयरमैन अब्दुल कयूम अंसारी और विवादों का साथ दामन चोली का है । आरोप प्रत्यारोप के बीच नया मामला सामने आया है । उनके ख़िलाफ़ मामले कोर्ट में भी दर्ज है , उनपर सगे संबंधियों को बोर्ड में बहाली करने का आरोप भी सुर्खियों में रहा था । जिसके ख़िलाफ़ पुर्णिया स्थित मदरसा बोर्ड के कार्यालय में बड़ी संख्या में बोर्ड के सदस्य और शिक्षकों ने विरोध दर्ज किया था। ताज़ा मामला चेयरमैन द्वारा एक उर्दू दैनिक अखबार के एडिटर सहित आधा दर्जन लोगों पर एफआईआर दर्ज कराने का आया है । जिसमें प्रकाशित ख़बर के खिलाफ चेयरमैन कयूम अंसारी ने फुलवारी शरीफ में एक प्रार्थमिकी दर्ज कराई।
पूर्णिया के मौलवी ने आरोपों को बताया सही
अपने खिलाफ हुए एफआईआर को लेकर पूर्णिया के अंजुमन इस्लामिया मदरसा के हेड मौलवी सह बिहार राज्य मदरसा बोर्ड वेलफेयर के अध्यक्ष मौलाना अब्दुल कयूम का है। उन्होंने बताया कि मौजूदा चेयरमैन पर फर्जीवाड़े के कई मामले मामला दर्ज हैं। हाल में ही महकमे तालिमात ने उनके खिलाफ जांच के लिए कमिटि का गठन किया था। उन्होंने मदरसा बोर्ड के फंड का गलत इस्तेमाल किया है, जबकि उनके खिलाफ हाईकोर्ट ने किसी भी प्रकार में शामिल होने पर रोक लगा रखी है। लेकिन, इन सबकों को उन्होंने ताक पर रख दिया है। उन्होंने अपनी बेटी, दामाद, साले और भतीजे को नौकरी पर लगा रखा है। उन पर लगे सारे आरोप पूरी तरह से सही हैं। उन्होंने मांग की है कि चेयरमैन के खिलाफ निष्पक्ष जांच हों। अब्दुल कयूम का आरोप है कि अगर चेयरमैन सही है तो जांच से डर क्यों रहे हैं।