शराब कारोबार की शिकायत पर माफिया ने की महिला की पिटाई, एसपी से गुहार लगाने पहुंची पीड़िता

AURANGABAD : भले ही नीतीश सरकार शराब कारोबारियों पर नकेल कसने की बात क्यों न कर ले। लेकिन धरातल पर हकीकत कुछ और ही तस्वीर बयां कर रही है। आज एसपी कांतेश कुमार मिश्रा से मिलने आई मदनपुर प्रखंड के लालटेनगंज गांव की महिला उर्मिला देवी की स्थिति से शराब कारोबारियों के हौसले कितने बुलंद हैं। इसे बखूबी समझा जा सकता है। महिला ने बताया कि गांव में अवैध शराब कारोबार होता है। इसका विरोध करने पर महिला का हाथ पकड़ते हुए बाल खींचकर पिटाई कर दी गई। दिनेश नाम के शराब कारोबारी ने महिला जो कि आशा कार्यकर्ता भी है उसे जान मारने की धमकी तक दे डाली।
इस संबंध में मदनपुर थाने में भी आवेदन दिया गया। लेकिन कार्रवाई नहीं हुई। हद तो तब हो गई। जब प्रभारी के नंबर से शराब कारोबारी दिनेश का फोन उस महिला के पास आया और बोला गया कि थाना आ जाओ और समझौता कर लो। लेकिन महिला ने बोला कि समझौता नही कार्रवाई होनी चाहिए। थाने से न्याय मिलता न देखकर अंत में थक हार कर महिला ने एसपी साहब के पास आकर न्याय की गुहार लगाई है। महिला ने बताया कि एसपी ने उससे सारी बातों की जानकारी ली। उसने कहा कि उसे उम्मीद है कि अब उसे न्याय मिलेगा। देखना होगा कि कब तक एसपी साहब की नजरें इनायत होगी और कब इस महिला को इंसाफ मिलेगा।
गौरतलब है कि मदनपुर प्रखंड के अलग-अलग गांव में एक माह पूर्व जहरीली शराब पीने से दो दर्जन लोगों की जाने गई थी। जिसके बाद कुछ दिन तो शराब के खिलाफ ताबड़तोड़ छापेमारी की गई। लेकिन मामला जब ठंडा हुआ तो वही पुरानी कहावत ढाक के तीन पात वाली चरितार्थ होती है। एक तरफ जहां सरकार शराब और कारोबारियों के खिलाफ आवाज उठाने की बात करती है। वहीं दूसरी ओर जब आवाज उठाया जाता है तो उसकी पिटाई कर दी जाती है। महिला जब थाने में शिकायत करती है। उसके बाद भी थानेदार उसकी नहीं सुनता। इससे साफ समझा जा सकता है कि नीतीश सरकार की शराबबंदी कहां तक सफल होगी।
औरंगाबाद से दीनानाथ मौआर की रिपोर्ट