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पूर्व उपराष्ट्रपति का भतीजा माफिया मुख्तार अंसारी ने स्याह दुनिया से रखा था राजनीति में कदम, दादा थे स्वतंत्रता सेनानी, मौत के बाद यूपी में हाई अलर्ट

पूर्व उपराष्ट्रपति का भतीजा माफिया मुख्तार अंसारी ने स्याह दुनिया से रखा था राजनीति में कदम, दादा थे स्वतंत्रता सेनानी, मौत के बाद यूपी में हाई अलर्ट

लखनऊ-  बांदा जेल में बंद माफिया मुख्तार अंसारी की गुरुवार देर रात मौत हो गई. रानी दुर्गावती मेडिकल कॉलेज के प्राचार्य डॉ. सुनील कौशल ने बताया कि मुख्‍तार की मौत कार्डियक अरेस्ट से हुई है. उन्होंने बताया कि उसे बेहोशी की हालत में यहां लाया गया था. जेलकर्मियों ने उसे उल्टियां आने की जानकारी दी थी. मुख्तार अंसारी की मौत की मजिस्ट्रियल जांच तीन सदस्यीय टीम करेगी. डॉक्टरों का पैनल पोस्टमार्टम करेगा, जिसकी वीडियोग्राफी की जाएगी. पोस्टमार्टम के बाद मुख्तार अंसारी का शव उनके बेटे उमर अंसारी को सौंप दिया जाएगा.

कर्मस्थली था मऊ

पूर्व उपराष्ट्रपति हामिद अंसारी का भतीजा माफिया मुख्तार अंसारी की जन्मस्थली गाजीपुर की युसुफाबाद भले हीं रही हो, लेकिन  उसने अपनी कर्मस्थली मऊ को बना रखी थी. मुख्तार 1996 में पहली बार विधानसभा चुनाव में बसपा के उम्मीदवार के तौर पर उतरा और सदर से जीत भी हासिल की थी। इसके बाद उसने पलटकर नहीं देखा। निर्दलीय उम्मीदवार के तौर पर 2002 और 2007 में चुनाव जीता. 

मुख्तार की मऊ में तूती बोलती थी 

स्वतंत्रता सेनानी का पोता माफिया मुख्तार अंसारी साल 2012 में कौमी एकता दल का गठन करके चुनाव मैदान में उतरा और जीत हासिल कर चौथी बार जीत का रिकार्ड बनाया. साल 2017 विधानसभा चुनाव में बीएसपी से उतरने के बाद भाजपा की लहर में भी जीत हासिल की थी.

न्याय का चला चाबुक

ब्रिगेडियर मोहम्मद उस्मान का नाती मुख्तार साल 2002,साल 2007, साल 2012 और साल 2017 में भी मऊ से जीतकर विधायक बना था. वर्ष 2022 के चुनाव में अपने बेटे अब्बास अंसारी को मैदान में उतारा और चुनाव की रणनीति भी तैयार की. यही नहीं, चाहे लोकसभा चुनाव हो या विधानसभा, उसकी तूती बोलती थी. चार दशक से मुख्तार पर न्याय का चाबुक भी चलता रहा.

कृष्णानंद हत्याकांड में मिली थी सजा

कृष्णानंद हत्याकांड माफिया मुख्तार अंसारी को 10 साल की सजा सुनाई गई थी. वहीं कोर्ट ने 5 लाख रुपये का जुर्माना भी लगाया था. माफिया मुख्तार और उसके भाई अफजाल अंसारी को कृष्णानंद हत्याकांड का मुख्य आरोपी बनाया गया था.बता दें कृष्णानंद राय जब एक कार्यक्रम का उद्घाटन करके लौट रहे थे कि तभी उनकी हत्या कर दी गई थी. बताया जाता है कृष्णानंद राय के शरीर को गोलियों से भून दिया गया था.

सुप्रीम कोर्ट के आदेश पर पंजाब से बांदा किया गया था शिफ्ट

माफिया मुख्तार अंसारी को कई मामलों में सजा सुनाई गई थी. मुख्तार अंसारी पर उत्तर प्रदेश, पंजाब, दिल्ली और सहित कई राज्यों में लगभग 60 से अधिक मामले लंबित थे. 7 अप्रैल 2021 को मुख्तार अंसारी को सुप्रीम कोर्ट के आदेश के बाद पंजाब के रोपड़ से बांदा जेल लाया गया था. यूपी में जब योगी आदित्यनाथ ही सरकार बनी, उसके बाद उसे पंजाब से यूपी लाने को लेकर लंबी खींचतान हुई. बाद में सुनवाई के बाद सुप्रीम कोर्ट ने उसे यूपी स्थानांतरित करने का आदेश दे दिया था.

मुख्तार के परिवार की पहचान बड़े सियासी घराने के रूप

माफिया मुख्तार के परिवार की पहचान बड़े सियासी घराने के रूप में होती थी. उसके दादा डॉ मुख्तार अहमद अंसारी स्वतंत्रता सेनानी थे. गांधी जी के साथ काम करते हुए वह 1926-27 में कांग्रेस के अध्यक्ष भी रहे. जबकि मुख्तार अंसारी के नाना जी सेना में थे. ब्रिगेडियर मोहम्मद उस्मान 1947 की लड़ाई में शहीद हुए थे, उन्हें महावीर चक्र से भी नवाजा गया. 

दादा थे स्वतंत्रता सेनानी

 माफिया मुख्तार अंसारी के पिता का नाम सुबहानउल्लाह अंसारी और मां का नाम बेगम राबिया था. 17 साल से ज्यादा वक्त से जेल में बंद रहे मुख्तार अंसारी के दादा डॉक्टर मुख्तार अहमद अंसारी स्वतंत्रता सेनानी थे. गांधी जी के साथ काम करते हुए वह 1926-27 में कांग्रेस के अध्यक्ष भी रहे. मुख्तार अंसारी के नाना ब्रिगेडियर मोहम्मद उस्मान को 1947 की लड़ाई में शहादत के लिए महावीर चक्र से नवाज़ा गया था.

हामिद अंसारी का भतीजा था मुख्तार अंसारी

माफिया मुख्तार अंसारी के चाचा हामिद अंसारी भारत के उपराष्ट्रपति रह चुके हैं. 

मुख्‍तार की मौत पर योगी के मंत्री ने क्‍या कहा?

मुख्तार अंसारी की मौत पर कैबिनेट मंत्री संजय निषाद ने कहा, "लोग जो संदिग्ध मौत की बात कहते हैं, वो जांच का विषय है. जांच में सत्यता के आधार पर बयान करना चाहिए। आज के दिन विज्ञान पर भरोसा करना चाहिए. फॉरेंसिक रिपोर्ट पर ही विश्वास किया जा सकता है...किसी की मौत पर राजनीति नहीं होनी चाहिए."

यूपी के के जिलों में हाई अलर्ट 

यूपी  के बांदा, गाजीपुर और मऊ में धारा 144 लगाया गया है. बाकी जिलो में हाई अलर्ट है. पुलिस पेट्रोलिंग जारी रहेगी. गृह मंत्रालय के अपर मुख्य सचिव सभी जिलो पर नजर बनाये हुए हैं. अपर मुख्य सचिव, यूपी डीजीपी प्रशांत कुमार, ADG लॉ एंड ऑर्डर अमिताभ यश लगातार पल-पल की अपडेट मुख़्तार केस में ले रहे हैं. तो मुख्तार अंसारी की कार्डियक अरेस्ट से मौत के बाद अलीगढ़ पुलिस ने इलाके में फ्लैग मार्च किया. आईजी अलीगढ़ रेंज शलभ माथुर का कहना है, ”मुख्तार अंसारी की मौत के बाद पूरे प्रदेश में अलर्ट जारी कर दिया गया है. इसे लेकर इलाके में भी अलर्ट है और अब एसएसपी अलीगढ़ हमारे साथ हैं और इस संबंध में जायजा ले रहे हैं. इन सभी बिंदुओं पर पुलिस प्रशासन अलर्ट रहेगा. 


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