News4nation desk : टीम इंडिया के पूर्व कप्तान महेंद्र सिंह धौनी ने भारतीय खिलाड़ियों को लेकर एक बड़ी बात कही है। उन्होंने कहा है कि देश के खिलाड़ी यह माने में संकोच करते है कि वे भी कभी-कभी मानसिक बीमारी के शिकार होते है।
माही का मानना है कि देश के खिलाड़ी अभी भी यह मानने में संकोच करते हैं कि मानसिक बीमारी होने पर उन्हें कुछ कमजोरी है। ऐसे में एक मेंटल कंडीशनिंग कोच को लगातार टीम के साथ बने रहना चाहिए।
धौनी ने कहा है कि मुझे लगता है कि भारत में यह स्वीकार करना एक बड़ा मुद्दा है कि किसी को मानसिक बीमारी है।
उन्होंने कहा कि वास्तव में कोई भी यह नहीं कहता है कि जब मैं बल्लेबाजी करने जाता हूं तो पहले 5 से 10 गेंदें खेलने में हार्ट रेट बढ़ रही होती है। दबाव महसूस होता रहता है। थोड़ा डर लगता है। हर कोई ऐसा ही महसूस करता है।
हालांकि कोई यह नहीं जानता है कि कैसे इसका सामना करना है। उन्होंने कहा, ‘हम इसे कोच से कहने में हिचकिचाते हैं।
महेन्द्र सिंह धोनी ने कहा है कि अगर मेंटल कंडीशनिंग कोच लगातार खिलाड़ी के साथ है तो वह समझ सकते हैं कि वे कौन से क्षेत्र हैं जो किसी खिलाड़ी के खेल को प्रभावित कर रहे हैं।