महिला अवर निरीक्षकों से मुख्यमंत्री ने किया आह्वान, शराबबंदी में गड़बड़ी करनेवालों पर कार्रवाई करनी है

NALANDA : मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने कहा कि 2015 में महिलाओं की मांग पर शराबबंदी का निर्णय लिया गया. 1 अप्रैल 2016 से बिहार में शराबबंदी लागू है. महिला प्रशिक्षु पुलिस अवर निरीक्षकों से विशेष तौर पर मुख्यमंत्री ने आह्वान किया कि शराबबंदी में गड़बड़ करने वालों पर पैनी नजर रखते हुए कार्रवाई करनी है. यही आपका दायित्व है. लोगों को यह बताने की जरूरत है कि शराब के सेवन से कई तरह की बीमारियां होती है. मुख्यमंत्री ने कहा कि यहां हम सभी को याद दिलाना चाहते हैं कि बिहार में जब शराब बंदी लागू हुई थी. उस वक्त शुरू के 3 महीनों में जिस जिस तरह से आप लोगों ने नियंत्रण रखा था. आगे भी उसी प्रकार नियंत्रण रखना है. गड़बड़ करने वालों पर निगरानी रखने के साथ-साथ सख्त कार्रवाई होनी चाहिए. 

मुख्यमंत्री ने प्रशिक्षु पुलिस अवर निरीक्षकों से कहा कि आप सबों का प्रशिक्षण हो गया है. इसलिए सभी अपने दायित्वों और जिम्मेदारियों को ठीक से निभाई है. आपकी हर जरूरत को हम पूरा करने का प्रयास करेंगे. कभी ना हमने किसी को फंसाने की कोशिश की है और न किसी को बचाने की गलत करने वालों पर कार्रवाई का काम पुलिस का है. जो उचित हो वही कीजिए. पुलिस का जो संवैधानिक दायित्व है. वह काम करें. हम लोग का एक ही चीज पर ध्यान है. थानों का निर्माण ठीक ठीक ढंग से कराया जा रहा है. बिहार पुलिस अकेडमी राजगीर और पटना पुलिस मुख्यालय बहुत ही अच्छा ढंग से बना है. पुलिस को हर तरह की सुविधाएं दी जा रही है. 

मुख्यमंत्री ने प्रशिक्षु पुलिस अवर निरीक्षक ने कहा कि आप सबों की अलग-अलग जगहों पर पोस्टिंग होने वाली है. सभी अच्छे ढंग से दायित्व का निर्वहन करें. दीक्षांत परेड समारोह के बाद मुख्यमंत्री ने बिहार पुलिस एकेडमी का निरीक्षण किया. निरीक्षण के क्रम में मुख्यमंत्री ने सिपाहियों के प्रशिक्षण भवन के भवनों के निर्माण कार्य को जल्द शुरू कराने का निर्देश दिया. बता दें बिहार में अभी 337 महिला पुलिस अवर निरीक्षक तैनात हैं. आज दीक्षांत परेड के बाद बिहार में पहली बार इतने बड़े पैमाने पर एक साथ 596 महिला पुलिस अवर निरीक्षक की तैनाती होगी. 

विवेकानंद की रिपोर्ट