पटना. रेलवे सिग्नलिंग सिस्टम के इलेक्ट्रॉनिक सर्किट तारों से छेड़छाड़ करने के मामलों को पूर्व मध्य रेलवे के दानापुर मंडल ने गंभीरता से लिया है. पूर्व मध्य रेलवे (ईसीआर) के दानापुर डिवीजन के बाढ़ और मोकामा स्टेशनों के बीच सिग्नलिंग सिस्टम के इलेक्ट्रॉनिक सर्किट तारों से छेड़छाड़ करने की शरारती तत्वों की गतिविधियों को गंभीरता से लेते हुए इस पर बड़ा संज्ञान लिया गया. दानापुर डीआरएम के कार्यालय में सोमवार को हुई दानापुर आरपीएफ के वरिष्ठ कमांडेंट प्रकाश कुमार पांडा के परामर्श से आयोजित एक उच्च स्तरीय बैठक में रेलवे सुरक्षा उपायों की समीक्षा की गई.
दानापुर एडीआरएम आधार राज के अनुसार, रेलवे ने संज्ञान लिया है कि 31 अगस्त को मोकामा बाढ़ स्टेशन के बीच सहरी हॉल्ट पर अज्ञात बदमाशों ने सिग्नलिंग प्वाइंट सिस्टम को क्षतिग्रस्त कर दिया था, जिससे पटना-मोकामा-झाझा मुख्य लाइन मार्ग पर सामान्य यातायात की आवाजाही कुछ समय के लिए बाधित हुई थी. उन्होंने कहा, "हालांकि, खराबी की मरम्मत के बाद पटना-झाझा मार्ग पर सामान्य यातायात की आवाजाही जारी रही. लेकिन, भविष्य में ऐसी गतिविधियों को रोकने के लिए आरपीएफ कर्मियों को हाई अलर्ट पर रखा गया है.
दानापुर आरपीएफ के वरिष्ठ कमांडेंट पांडा के अनुसार, एसआई प्रदीप कुमार झा के नेतृत्व में मोकामा आरपीएफ की टीम ने बदमाश की पहचान बेगूसराय जिले के चकिया थाना अंतर्गत सिमरिया घाट निवासी अंगद साव के रूप में की है. पांडा ने बताया, "मोकामा आरपीएफ पोस्ट ने उसके खिलाफ आरपीएफ अधिनियम की धारा 174सी के तहत मामला दर्ज कर उसे सोमवार को न्यायिक हिरासत में भेज दिया.
वहीं मंडल के विभिन्न स्थानों से आरपीएफ धारा 174सी के तहत 47 लोगों को गिरफ्तार किया गया है और रेलवे अधिनियम की धारा 153 के तहत 19 लोगों को हिरासत में लिया गया है.