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मांझी ने ब्राह्मणों को दी गालीः BJP मीडिया प्रभारी राजेश झा का पूर्व CM पर बड़ा हमला,कहा- समाज में सद्भाव बिगाड़ने चाहते हैं जीतनराम

मांझी ने ब्राह्मणों को दी गालीः BJP मीडिया प्रभारी राजेश झा का पूर्व CM पर बड़ा हमला,कहा- समाज में सद्भाव बिगाड़ने चाहते हैं जीतनराम

PATNA: पूर्व सीएम जीतनराम मांझी विवादित बयानों के लिए जाने जाते हैं। इस बार तो मांझी ने हद कर दी। पूर्व सीएम ने मंच से ब्राह्मण समाज को गाली दिया। वीडियो सामने आने के बाद राजनीतिक गलियारे में हड़कंप मच गया है। हालांकि बयान पर बवाल मचने के बाद मांझी ने यूटर्न लिया और तुरंत माफी मांग ली। वायरल वीडियो में मांझी कह रहे हैं कि दलित समाज में आजकल सत्य नारायण भगवान की पूजा का प्रचलन काफी तेज हो गया है। जगह-जगह ब्राह्मण जाकर सत्य नारायण भगवान की पूजा कराते हैं। हमारे समाज में ब्राह्मण (गाली) जाते हैं, लेकिन खाना नहीं खाते हैं। सिर्फ पैसा लेते हैं।

बीजेपी नेता राजेश झा का मांझी पर हमला

इस बयान के बाद सभी राजनीतिक दल के नेताओं ने मांझी पर हमला बोला है। बीजेपी के कई नेताओं ने मांझी को निशाने पर लिया। कुछ ने तो रांची भेजने की बात तक कह दी। इधऱ, बिहार बीजेपी के मीडिया प्रभारी राजेश झा 'राजू' ने भी जीतनराम मांझी के बयान पर कड़ी आपत्ति जताई है। उन्होंने कहा कि मांझी ने तो हद कर दिया। उनका यह बयान घोर आपत्तिजनक है। ब्राह्मण समाज इसे कतई बर्दाश्त नहीं कर सकता। उन्होंने कहा कि भरी मंच से मांझी ने ब्राहम्णों के प्रति जिन शब्दों का प्रयोग किया है उसे सभ्य समाज में इजाजत नहीं दी जा सकती। मांझी के बयान से पूरे ब्राह्मण समाज में भारी आक्रोश है। भाजपा नेता राजेश झा राजू ने कहा कि मांझी संवैधानिक पदों पर रह चुके हैं। उनके द्वारा जातिगत टिप्पणी करना अत्यंत दुर्भाग्यपूर्ण है। 

मांझी ने पंडितों से मांगी माफी
हालांकि विवाद बढ़ने के बाद मांझी ने रविवार को अपनी सफाई में कहा कि 'हमने अपने समाज के लोगों को ये कहा- आज आस्था के नाम पर करोडों-करोड़ों रुपए लुटाया जा रहा है। गरीब की जितनी भलाई होनी चाहिए, उतनी भलाई नहीं हो रही है। और आप लोग, जो शेड्यूल कास्ट के लोग हैं, पहले पूजा-पाठ में उतना विश्वास नहीं करते थे। पहले तो अपनी देवताओं की पूजा-पाठ करते थे। चाहे तुलसी हो, मां सबरी हों, दीना भगरी हों। ये सबकी पूजा करते थे, लेकिन अब तो आपके यहां पंडित जी भी आते हैं और आप लोगों को लाज-शर्म नहीं लगता है कि वो कहते हैं कि हम खाएंगे नहीं, बाबू नगदे दे देना...उनसे पूजा करवाते हो। ये हमने कहा था और हम अपने समाज के लिए #@$% (गाली) शब्द का इस्तेमाल किया था। हमने पंडित जी के लिए नहीं किया था। अगर कहीं गलतफहमी हो गई हो तो हम माफी चाहते हैं।'


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