PATNA : दक्षिण भारत में काम के लिए जानेवाले यूपी-बिहार के हिंदू भाषियों को लेकर डीएमके नेता व पूर्व केंद्रीय मंत्री दयानिधि मारन के बयान पर सियासत थमती हुई नजर नहीं आ रही है। जहां देश भर में भाजपा इस मुद्दे को लेकर इंडी एलाएंस की पार्टियों को घेरने में लगी है। वहीं बिहार में भी दयानिधि मारन के बयान को लेकर विपक्ष नीतीश सरकार पर हमलावर है। जहां भाजपा ने जदयू और राजद से इस मामले पर जवाब मांगा है। वहीं अब इस मुद्दे पर हिन्दुस्तानी आवाम मोर्चा भी सामने आ गई है। पार्टी के अध्यक्ष व बिहार के पूर्व मंत्री डा. संतोष मांझी ने दयानिधि के बयान को सोची समझी साजिश का हिस्सा बताया है। उन्होंने इंडी गठबंधन में शामिल पार्टियों को चेतावनी दी है कि अगर डीएमके के साथ उनका संबंध जारी रहा तो बिहार में घमंडिया गठबंधन के किसी नेता का हेलिकॉप्टर नहीं उतरने दिया जाएगा।
संतोष मांझी ने अपने सोशल मीडिया हैंडल एक्स पर इंडी एलाएंस पर निशाना साधते हुए लिखा कि दक्षिण भारत के इंडी अलायंस के नेताओं के द्वारा जो भी बयान हिन्दी, हिन्दू और बिहारी डीएनए को लेकर दिया जा रहा है वो बेहद खतरनाक है.. उसपर उनके शीर्ष नेताओं की ख़ामोशी कहीं न कहीं सबकी सोची समझी साजिश का हिस्सा प्रतीत होती है।
वहीं दूसरे पोस्ट में उन्होंने लिखा कि अगर ये ऐसा ही चलता रहा तो बिहार की धरती पर उतरना मुश्किल हो जाएगा।बिहार के उनके साथी कुछ नहीं कर पाएंगे। इन ललबाबुओं को तो जनता खुद देख लेगी अगर डीएमके के साथ गठबंधन जारी रहा तो। इंडी के शीर्ष घमंडी नेताओं को हम पार्टी देखेगा कि कैसे उनका हेलीकाप्टर बिहार की धरती पर लैंड होता है?
गौरतलब है कि तीन दिन पहले तमिलनाडू में सत्तारूढ़ डीएमके पार्टी से सांसद व पूर्व केंद्रीय मंत्री दयानिधि मारन ने यूपी बिहार के हिन्दी बोलनेवाले लोगों के लिए कहा था कि यह लोग हमारे प्रदेश में सड़क और टॉयलेट सफाई करने का काम करते हैं। माना जा रहा है कि मारन ने यह बयान इंडी गठबंधन की नई दिल्ली में बैठक के दौरान डीएमके नेता टीआर बालू व नीतीश कुमार के बीच हुए विवाद को लेकर दिया था। बैठक में नीतीश कुमार ने देश के सभी लोगों को हिन्दी बोलने और समझने की बात कही थी।