PATNA : 1989 में एक क्रिकेटर, जिसने सिर्फ 16 साल की उम्र में क्रिकेट की दुनिया में इंट्री की, जिसके बाद लगभग तीन दशक तक उस खिलाड़ी ने क्रिकेट की दुनिया में अपनी पहचान बनाई, जिसे क्रिकेट जगत में सचिन तेंदुल्कर के नाम से जाना जाता है। सचिन के नाम एक वक्त सबसे कम उम्र के क्रिकेटर होने का रिकॉर्ड था। अब बिहार के समस्तीपुर जिले के रहनेवाले वैभव सूर्यवंशी ने महज 12 वर्ष 284 दिन की उम्र में क्रिकेट के क्षेत्र में देश की सबसे प्रतिष्ठित रणजी ट्रॉफी में पदार्पण कर वैभव ने क्रिकेट के भगवान सचिन तेंदुलकर के सबसे कम उम्र में खेलने के रिकॉर्ड को ध्वस्त कर दिया है। वैभव की जन्म तिथि 27 मार्च 2011 है।
मुंबई के खिलाफ किया डेब्यू
यह उपलब्धि इस मायने में और भी बड़ी हो जाती है कि जिस मुंबई से सचिन तेंदुलकर खेला करते थे, उसी मुंबई टीम के विरुद्ध धाकड़ बल्लेबाज वैभव ने रणजी ट्रॉफी खेलने की शुरुआत की। यह मैच उसके अबतक के जीवन का सबसे अहम मैच होगा।
पिता ने जताई खुशी, अब टीम इंडिया है लक्ष्य
वैभव के पिता संजीव सूर्यवंशी व माता आरती कुमारी अपने पुत्र वैभव की इस सफलता पर फूले नहीं समा रहे हैं। पिताजी की दिली तमन्ना अपने बेटे को टीम इंडिया के साथ खेलते हुए देखने की है। उन्हें पक्का विश्ववास है कि इस रणजी ट्रॉफी में जब वह ओपनर बनकर उतरेगा तो अपने बल्लेबाजी का कमाल दिखाएगा।
वहीं वैभव के चयन व शानदार उपलब्धि पर अंतरराष्ट्रीय खिलाड़ी अनुकूल राय के पिता सुधाकर राय, जिला क्रिकेट संघ के पदाधिकारी, बीसीए के पूर्व कोषाध्यक्ष प्रवीण कुमार संभावना जताते हुए कहा कि बहुत जल्द ही वैभव भारत के लिए भी खेलेगा।
48 शतक और तीन दोहरा शतक लगा चुका है वैभव
बचपन से ही क्रिकेट की दीवानगी के कारण अबतक 48 शतक एवं 3 दोहरा शतक का रिकॉर्ड भी वैभव के नाम है। 2022-23 में जिला स्तर से लेकर राज्य स्तर तक 48 शतक एवं 3 दोहरा शतक बनाने का रिकॉर्ड भी वैभव के नाम दर्ज है।
राज्य स्तरीय श्यामल सिन्हा क्रिकेट में दोहरा शतक बनाने वाले एक मात्र खिलाड़ी के रूप में भी वैभव का नाम दर्ज हैं। उनकी एक उपलब्धि वर्तमान सत्र में हुए अंडर-19 वीनू मांकड़ ट्रॉफी में 99.70 के औसत से बनाए गए 360 रन भी हैं।