N4NDESK: एडमिरल कर्मबीर सिंह को नौसेना प्रमुख बनाने पर विवाद शुरू हो गया है. मोदी सरकार पर वरिष्ठता की अनदेखी का आरोप लगा है. कहा जा रहा है कि यदि मोदी सरकार वरिष्ठता के आधार पर नौसेना प्रमुख की नियुक्ति करती तो एडमिरल बिमल वर्मा नौसेना प्रमुख होते. 31 मई को एडमिरल कर्मबीर सिंह एडमिरल सुनील लांबा की जगह लेंगे.
हालांकि ऐसा पहला मामला नहीं है जब मोदी सरकार पर ऐसे आरोप लगे है. 2016 में मोदी सरकार ने वरिष्ठता की अनदेखी कर जनरल बिपिन रावत को सेना प्रमुख बनाया था उस वक्त भी इसी तरह के आरोप मोदी सरकार पर लगे थे.
आपको बता दें नौसेना प्रमुख बनाए जाने में अपनी वरिष्ठता की अनदेखी करने को लेकर सोमवार को वाइस एडमिरल बिमल वर्मा ने इस फ़ैसले को आर्म्ड फ़ोर्सेज ट्राइब्यूनल में चुनौती दी. बिमल वर्मा अभी अंडमान और निकोबार स्थित ट्रि-सर्विस कमांड के प्रमुख हैं और पूर्व नौसेना प्रमुख एडमिरल निर्मल वर्मा के छोटे भाई हैं.