पटना- भादो के पहले सप्ताह में मॉनसून बिहार से रूठा हुआ है. अगस्त बीतने को है और हाल ऐसा है कि लोग उमस भरी गर्मी से त्रस्त हैं. हालात यह है कि लोगों की तबियत भी बिगड़ रही है. वहीं वातावरण में आद्रता बढ़ने से उमस वाली गर्मी लोगों के पसीने छुड़ा रही है. मौसम विभाग के अनुसार बिहार में मॉनसून बेहद कमजोर पड़ गया है और अगले छह दिन तक झमाझम बारिश की सूबे में उम्मीद नहीं है. इस वजह से कई जिलों के तापमान में भी बढ़ोतरी दर्ज की जा रही है.
अगस्त के शुरुआत में बिहार के कुछ जिले झमाझम बारिश की बूंदों से भिगें लेकिन बाकी हिस्से में सामान्य से कम ही बारिश हुई. मौसम विभाग के अनुसार 30 अगस्त से लेकर सितंबर के 5 सितम्बर तक सूबे के किसी भी जिले में भारी बारिश संभावना नहीं है. मौसम विभाग के अनुसार मानसून की अक्षीय रेखा उत्तर पश्चिम झारखंड से होते हुए बंगाल की खाड़ी तक जा रही है. इसके प्रभाव से तापमान में कोई विशेष परिवर्तन नहीं होगा. वहीं दक्षिणी इलाकों में तापमान में गिरावट होगी. हालांकि शुक्रवार से राज्य के तापमान में हल्की वृद्धि की संभावना बन रही है.
विभाग के अनुसार मध्य बंगाल की खाड़ी में चक्रवाती परिसंचरण बना हुआ है. पूर्व मध्य और उत्तर बंगाल की खाड़ी के समीप एक नया निम्न दबाव बनने की संभावना है. साथ ही दक्षिण पूर्व उत्तर प्रदेश में भी एक चक्रवाती परिसंचरण फैला हुआ है. जिसके कारण बिहार के कुछ जिलों में बारिश हो सकती है.
मौसम विभाग के पूर्वानुमान के अनुसार 05 सितंबर तक बिहार में छिटपुट वर्षा होने का आसार है. अब भारी बारिश की कोई संभावना दूर दूर तक दिखाई नहीं दे रही है. सितंबर के पहले पखवाड़े के बाद तो मॉनसून की विदाई मान ली जाती है. ऐसे में बारिश न होना किसानों की चिंता बढ़ा रही है.
मानसून सीजन के दौरान औरंगाबाद, गया, किशनगंज, शेखपुरा में सामान्य से अधिक वर्षा हुई है. जबकि, बक्सर, जमुई, नालंदा, सिवान में वर्षा की स्थिति सामान्य के आसपास है.