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गया सर्किल में हर दिन उपभोक्ताओं के घरों में लग रहे 600 से अधिक स्मार्ट प्रीपेड मीटर, 30 जनवरी को BSPHCL के सीएमडी संजीव हंस ने की थी इंस्टालेशन कार्य की शुरुआत

गया सर्किल में हर दिन उपभोक्ताओं के घरों में लग रहे 600 से अधिक स्मार्ट प्रीपेड मीटर, 30 जनवरी को BSPHCL के सीएमडी संजीव हंस ने की थी इंस्टालेशन कार्य की शुरुआत

GAYA : गया सर्किल के गया अर्बन और गया रूरल में स्मार्ट प्रीपेड मीटर इंस्टालेशन में निरंतर तेजी आ रही है। गया अर्बन और गया रूरल के विभिन्न इलाकों में प्रतिदिन 600 से अधिक स्मार्ट प्रीपेड मीटर उपभोक्ताओं के घरों में इंस्टाल किये जा रहे हैं। उपभोक्ताओं को स्पष्ट तौर पर समझाया जा रहा है कि स्मार्ट प्रीपेड मीटर लगवाना अनिवार्य है। वे किसी के बहकावे में न आये और इंस्टाल करने वाली टीम के साथ पूरा सहयोग करें। स्मार्ट प्रीपेड मीटर न लगवाने की वजह से उनका बिल आना बंद हो जाएगा। और बिल प्रक्रिया से बाहर निकल जाने के बाद उनका कनेक्शन अवैध हो जाएगा। टेकारी,गुरारू, बोध गया, मानपुर आदि शहरी एवं ग्रामीण  इलाकों में इंस्टालेशन करने वाली टीम हर घर पर दस्तक दे रही है। उपभोक्ताओं को अपने घरों में स्मार्ट प्रीपेड इंस्टाल कराने के लिए निरंतर जागरुरकता अभियान भी चलाया जा रहा है। 

हाल ही में बिहार स्टेट पावर होल्डिंग कंपनी लिमिटेड (बीएसपीएचसीएल) के सीनियर प्रोटोकॉल ऑफिसर ख्वाजा जमाल ने अध्यक्ष सह प्रबंधन निदेशक संजीव हंस के दिशा निर्देशों के मुताबिक गया सर्किल में स्मार्ट प्रीपेड मीटर इंस्टालेशन कार्य का जायजा लिया है। जमाल ने कहा, “गया सर्किल में स्मार्ट प्रीपेड इंस्टालेशन कार्य को तेजी से आगे बढ़ाया जा रहा है ताकि समय पर लक्ष्य को प्राप्त किया जा सके। गया अर्बन और गया रूरल के विभिन्न इलाकों में प्रतिदिन 600 से अधिक स्मार्ट प्रीपेड मीटर लगाये जा रहे हैं। इनमें टेकारी, बोध गया, मानपुर, गुरारू आदि इलाका प्रमुख हैं। इन इलाकों में प्रतिदिन लगभग 600 मीटर लगाए जा रहे हैं।”

उन्होंने उपभोक्ताओं से अपील करते हुए कहा, “जो लोग स्मार्ट प्रीपेड मीटर लगाने में आनाकानी कर रहे हैं या फिर हमारी टीम के साथ दुर्व्यवहार करने की कोशिश कर रहे हैं। उन्हें अपनी हरकतों से बाज आ जाना चाहिए। उनके खिलाफ कानूनी भी कार्रवाई हो सकती है। जो उपभोक्ता यह सोच रहे है कि स्मार्ट प्रीपेड नहीं लगवाने से उनका काम चल जाएगा वे गलत हैं। स्मार्ट प्रीपेड मीटर न लगवाने की वजह से उनका बिल आना बंद हो जाएगा। और बिल प्रक्रिया से बाहर निकल जाने के बाद उनका कनेक्शन अवैध हो जाएगा। इसलिए किसी भी तरह की लापरवाही बरते बिना स्मार्ट प्रीपेड मीटर लगाने की प्रक्रिया में हमारी टीम के साथ वे पूरा सहयोग करें।”

ख्वाजा जमाल ने कहा, “तमाम कनीय अभियंताओं को इंस्टालेशन के काम में तेजी लाने के लिए उन्हें खुद फिल्ड में रहने की हिदायत दी गई है। फिल्ड में भ्रमण के दौरान इंस्टालेशन प्रक्रिया पर वे नजर रखेंगे और सुनिश्चत करेंगे कि अधिक से अधिक इंस्टालेशन हो।” उन्होंने आगे कहा, “स्मार्ट प्रीपेड मीटर के प्रति उपभोक्ताओं को जागरूक करने के लिए माइक से घोषणाएं भी करवाई जा रही हैं, हर घर पर दस्तक भी दी जा रही है। कैंप भी लगाये जा रहे हैं और पंफलेट भी बांटे जा रहे हैं।”

गया सर्किल के अधीक्षण अभियंता संजय बैरियो ने फिल्ड में सक्रिय सभी कनीय अभियंताओं को हिदायत दी है कि उपभोक्ताओं के पास वे जायें और यदि स्मार्ट प्रीपेड मीटर को लेकर उनके मन में किसी भी तरह का कोई संशय है तो उसे दूर करें। स्मार्ट प्रीपेड मीटर की खूबियों से उपभोक्ताओं को अवगत कराते रहना जरूरी है। उन्हें पता होना चाहिए कि पुराने मीटर की तुलना में स्मार्ट प्रीपेड मीटर उनके लिए कैसे ज्यादा फायदेमंद है।   गौरतलब है कि गया सर्किल में स्मार्ट प्रीपेड मीटर इंस्टालेशन की शुरुआत 30 जनवरी को सीएमडी बिहार स्टेट पोवर होल्डिंग कंपनी लिमिटेड संजीव हंस ने की थी।

गया से संतोष की रिपोर्ट

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