MOTIHARI
: मोतिहारी बस हादसे
में चालक और खलासी के खिलाफ एफआईआर दर्ज कर ली गई है। पूर्वी चंपारण के कोटवा थानाध्यक्ष विजय
कुमार सिन्हा के बयान के आधार पर एफआईआर दर्ज की गई है। हालांकि अभी तक
बस के ड्राइवर और खलासी के बारे में कोई जानकारी मिली है। हादसे के बाद से
बस के कर्मचारी फरार हैं। लंबी दूरी की गाड़ी में दो ड्राइवर होते हैं लिहाजा
अभी तक ड्राइवर की पहचान नहीं हो पाई है।
उधर, बिहार के पथ निर्माण मंत्री नंदकिशोर
यादव ने कहा है कि राज्य सरकार के अधिकारी जांच कर रहे हैं और जल्द ही मामले का
खुलासा किया जाएगा।
मालूम हो कि मुजफ्फरपुर से दिल्ली जा
रही बस पूर्व चंपारण के कोटवा में दुर्घटनाग्रस्त हो गई थी। अभी तक की
जांच में किसी की मौत की पुष्टि नहीं है। एफएसएल और एनडीआरएफ की टीम लगातार
मामले की जांच में जुटी है।
बिहार के पूर्वी चंपारण जिले के कोटवा थाना क्षेत्र में मुजफ्फरपुर से दिल्ली जा रही बस के गड्ढे में गिर जाने से लगी आग की जांच के लिए शुक्रवार को एनडीआरएफ और एफएसएल की टीम घटनास्थल पर पहुंची। एफएसएल की टीम ने घटनास्थल की बारीकी से छानबीन की, लेकिन हादसे में यात्रियों के हताहत होने का कोई ठोस सबूत नहीं मिला।
इस संबंध में जिलाधिकारी रमण कुमार ने कहा कि हादसे मे बस पर सवार सभी यात्री सुरक्षित निकल गये हैं। एफएसएल की टीम ने भी घटनास्थल की जांच के बाद स्पष्ट कर दिया है कि सिर्फ बस जली हैं। किसी यात्री के जलने से मौत का प्रमाण घटनास्थल से नहीं मिला है। छानबीन के बाद एफएसएल की टीम वापस लौट गयी।
जांच के दौरान बस के आसपास कई लोगों के पहचानपत्र भी मिले हैं। इनमें आधार कार्ड, बैंक पासबुक, मतदाता पहचानपत्र आदि शामिल हैं। पहचान पत्र मो आबिद, सुनीता पति संतोष, सुनीता गुप्ता और गीता देवी के मिले हैं।