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मोतिहारी DM के आदेश का वैल्यू नहीं ? नियोजन इकाईयों ने 'पत्र' को रद्दी की टोकरी में डाला, एक को छोड़ किसी ब्लॉक में फर्जी शिक्षकों पर नहीं दर्ज हुआ केस

मोतिहारी DM के आदेश का वैल्यू नहीं ? नियोजन इकाईयों ने 'पत्र' को रद्दी की टोकरी में डाला, एक को छोड़ किसी ब्लॉक में फर्जी शिक्षकों पर नहीं दर्ज हुआ केस

MOTIHARI:  बिहार में शिक्षक नियोजन में बड़े स्तर पर गड़बड़ी की जाती है। इस साल मोतिहारी में शिक्षक नियोजन में भारी पैमाने पर फर्जी प्रमाण पत्र पर शिक्षक बहाली की पोल खुली है। जांच में सौ से अधिक ऐसे अभ्यर्थी निकले जिनके प्रमाण पत्र फर्जी थे। शिक्षा विभाग ने वैसे सभी शिक्षक अभ्यर्थियों पर तुरंत के दर्ज करने के आदेश दिये थे। शिक्षा विभाग के पत्र के बाद मोतिहारी डीईओ ने नियोजन इकाई पर केस करने का जिम्मा दे दिया। लेकिन नियोजन इकाई शिक्षक अभ्यर्थियों से मिलीभगत कर मुकदमे की फाइल को दबा लिया। न्यूज4नेशन ने जब पूरे मामले से पर्दा उठाया तो मोतिहारी के जिला शिक्षा पदाधिकारी ने फिर से सभी नियोजन इकाइयों को केस दर्ज करने का रिमांडर दिया। इसके बाद भी नियोजन इकाई ने कोई कार्रवाई नहीं की। डीईओ के पत्र पर जब कोई असर नहीं हुआ तब मामला डीएम के पास पहुंचा। मोतिहारी के जिलाधिकारी ने मई महीने में सभी नियोजन इकाइयों को सख्त चेतावनी दी। साथ ही यह भी कहा कि अगर जल्द से जल्द फर्जी शिक्षक अभ्यर्थियों पर केस दर्ज नहीं किया तो नियोजन इकाई के सचिव को पूरे मामले में संलिप्त मानकर कार्रवाई की जायेगी।

डीएम के आदेश का भी असर नहीं

मोतिहारी डीएम के पत्र के बाद भी अधिकांश नियोजन इकाई के सचिवों पर कोई प्रभाव नहीं पड़ा है। सिर्फ कोटवा प्रखंड नियोजन इकाई के सचिव ने पांच फर्जी शिक्षकों पर थाने में मुकदमा दर्ज कराया है। इसके बाद अन्य किसी नियोजन इकाई की तरफ से कोई कार्रवाई नहीं की गई। अब समझ सकते हैं कि फर्जी शिक्षक बहाली में किस तरह से नियोजन इकाई शामिल है। जिले में पहले फर्जी शिक्षकों की संख्या 93 थी जो अब बढ़कर 131 पर पहुंच गई है। 93 की लिस्ट में मोतिहारी में 9, पकड़ीदयाल में 7, पताही में 1, सुगौली में 4, अरेराज में 10, हरसिद्धि में 10, रक्सौल में 1, कोटवा में 10, केसरिया में3, बनकटवा 4, छौडादानौ 2, मधुबन 2, तुरकौलिया 1, रामगढ़वा 3, चकिया 3, कल्याणपुर 3, पहाड़पुर 4, घोड़ासहन 2, पिपराकोठी 2, आदापुर 2, बंजरिया 2, और चिरैया में 1 शिक्षक शामिल हैं।इनमें प्रखंड शिक्षक नियोजन, पंचायत शिक्षक नियोजन नगर निकाय शिक्षक नियोजन इकाई शामिल है।

डीएम आगे क्या करेंगे ?

पूर्वी चंपारण के नियोजन इकाई ने जिलाधिकारी के आदेश को भी रद्दी की टोकरी में डाल दिया है। अब देखना दिलचस्प होगा कि आदेश को ठेंगा दिखाने वाले नियोजन इकाई के सचिव पर जिलाधिकारी आगे किस तरह की कार्रवाई करते हैं।  

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