मुकेश सहनी की भाजपा को दो टूक- मैं शाहरुख खान नहीं दिखता, मेरी ताकत देखकर मुझे साथ लिया गया था

पटना. बोचहां विधानसभा सीट के उपचुनाव को लेकर वीआईपी और भाजपा के बीच चल रही तनातनी मंगलवार और ज्यादा चरम पर पहुंच गई. वीआईपी प्रमुख मुकेश सहनी ने फेसबुक लाइव आकर अपनी स्थिति बयां की. मुकेश सहनी ने कहा कि मेरे ऊपर तो इतनी कहानियां हैं कि एक फिल्म बन जाए.  मैं किसी के पास नहीं गया था. डेढ़ साल पहले 11 सीट और एक एमएलसी का ऑफर देकर मुझे एनडीए में शामिल कराया गया था. सहनी किसी के दरवाजे पर नहीं गया था. मैं शाहरुख खान नहीं दिखता, मेरी ताकत देखकर मुझे साथ लिया गया था. 

उन्होंने यहां तक कहा कि मैं सरकार का हिस्सा हूं पर एनडीए में शामिल नहीं हूं. ताजा हालात बता रहे हैं कि मुझे राष्ट्रीय जनतांत्रिक गठबंधन से निकाल दिया गया है. उन्होंने कहा कि मैं अभी सबकुछ नहीं बोल सकता, मेरा इशारा समझिए. 

दरअसल बोचहां की सीट वर्ष 2020 में भाजपा ने वीआईपी को दी थी. तब वीआईपी से मुसाफिर पासवान ने जीत हासिल की थी लेकिन उनके निधन के बाद परिस्थियां बदल गई. मुकेश सहनी ने यूपी में विधानसभा चुनाव लड़ने का फैसला किया जिसके बाद भाजपा से उनके रिश्ते तल्ख हुए. वहीं अब इसका असर बिहार में देखा जा रहा है. भाजपा ने बोचहां से बेबी कुमारी को उम्मीदवार बना दिया है. 

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अब इसी से आहत सहनी ने दावा किया कि एक भाजपा नेता ने उन्हें फोन कर बोचहां में भाजपा के लिए चुनाव प्रचार करने कहा था. भाजपा नेता का कहना था कि यूपी में वीआईपी ने भाजपा के खिलाफ जो चुनाव लड़ा है उस का प्रयाश्चित करने के लिए वे अब ऐसा करें. सहनी ने लाइव के दौरान लालू, मायावती, मुलायम और रामविलास पासवान को जनता को हक देने वाला नेता बताया. 

मुकेश सहनी मौजूदा समय में बिहार विधान परिषद के सदस्य हैं. वे नीतीश सरकार में मत्स्य मंत्री हैं. हालांकि सहनी का परिषद का कार्यकाल इसी वर्ष समाप्त हो रहा है. ऐसे में न सिर्फ उन्हें बोचहां में अपने उम्मीदवार रमई राम की बेटी डॉ गीता को जीत दिलाने की चुनौती है बल्कि खुद के लिए भी बिहार विधानमंडल में बने रहने की चुनौती है.